आयोध्या. राम मंदिर निर्माण का काम तेजी से जारी है. इस बीच शुक्रवार को सीएम योगी आदित्यनाथ के एक दिन के दौरे पर पहुंचने के कारण मंदिर के जल्द बनने की उम्मीद बंध गई है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंदिर के कार्य प्रगति की समीक्षा की थी और खुद अपने हाथों से राम की मोहर पत्थर की शिला पर लगाई थी. ध्यान देने वाली बात है कि प्लिंथ का काम पांचवें चरण तक पहुंच गया है और जून महीने के बाद मंदिर के गर्भ गृह की बनने की शुरुआत हो जाएगी.
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सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंदिर निर्माण का जायजा लिया जिसमें प्लिंथ का काम पांचवी लेयर तक पहुंच गया है, जो 7 लेयर तक 22 फीट ऊंचा होगा. पौने 3 एकड़ के मंदिर परिसर के अलावा कुल क्षेत्र 8 एकड़ का होगा. तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से कहा जा रहा है कि मंदिर निर्माण का 30 प्रतिशत का काम पूरा हो चुका है. ट्रस्ट का मानना है कि इस हिसाब से मंदिर निर्माण का जो बजट बनाया गया था, उस लागत के अंदर ही मंदिर निर्माण का कार्य पूरा होने की उम्मीद है और मंदिर निर्माण में ट्रस्ट के सामने धन संबंधी कोई चुनौती आने की आशंका नहीं है.
5 फीट ऊंचा ग्रेनाइट पत्थर के ब्लॉक एक के ऊपर एक रखे जाएंगे जिससे मंदिर का स्वरूप तैयार होगा. इस काम के लिए कुल 17000 पत्थर लगाए जा रहे हैं. इसके साथ ही मंदिर में शबरी जटायु और अन्य मंदिर बनाने का प्रस्ताव अभी चर्चा में है. मंदिर के चारों तरफ परकोटा होगा, जिसमें उत्तर-पश्चिम दक्षिण और पूर्व से श्रद्धालुओं का आने का रास्ता दिया गया है जो सीधे गर्भ गृह की तरफ ले जाएगा.
मंदिर निर्माण के लिए नींव की खुदाई पिछले साल 15 जनवरी से ही शुरू हो गई थी, लेकिन नींव की भराई, उसके ऊपर पांच फीट मोटी शिलाओं की एक और परत और वर्तमान में चल रहे प्लिंथ निर्माण के अहम चरण का काम पिछले वित्तीय सत्र में ही हुआ. 7 लेयर के पत्थर लगने के बाद गर्भ ग्रह का काम शुरू होगा.
नागर शैली में पत्थरों की नक्काशी का काम चल रहा है जो मंदिर में लगाए जाएंगे. मंदिर की नक्काशी में राम के जीवन को पूरी तरीके से चरितार्थ किया जाएगा, जिसमें अलग-अलग प्रसंग होंगे इसके अलावा उत्तर में माता सीता का मंदिर बनाया जाना प्रस्तावित है. मंदिर में ग्रेनाइट के पत्थर के स्ट्रक्चर के बाद राजस्थान से लाए गए नक्काशीदार पत्थर लगाए जाएंगे. जिससे मंदिर का भव्य स्वरूप दिखाई देगा.
राम तीर्थ ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि मंदिर का काम लगातार जारी है. प्लिंथ का काम तीसरे चरण तक पहुंच गया है. गर्भ गृह पर प्रिंट ऊंची करने का काम लगभग पूरा हो गया और सात चरण के बाद खत्म हो जाएगा, जिसके बाद नक्काशी के पत्थर लगाने का काम होगा. इस मंदिर के जरिए इतिहास पर लिखा जा रहा है.
चंपत राय ने बताया कि अयोध्या के दौरे पर आए मुख्यमंत्री योगी मंदिर की प्रगति से काफी संतुष्ट हैं. गर्भ ग्रह में भगवान का बाल स्वरूप होगा, हालांकि बालकराम का फोटो अभी तक नहीं मिला है, लेकिन उनके वात्सल्य जीवन को गर्भ गृह में दिखाया जाएगा. मंदिर का काम दिसंबर 2023 तक पूरा कर लिया जाएगा जिसके बाद रामलला अपने भव्य मंदिर में विराजमान होंगे.
AAJ TAK से बात करते हुए मंदिर के ट्रस्टी अनिल मिश्रा ने बताया शिव मंदिर का काम तेजी से चल रहा है और 30 जून 2022 तक काम पूरा कर लिया जाएगा. जिसके बाद मंदिर में नक्काशी के पत्थर जो राजस्थान समेत अन्य इलाकों से आए हैं लगने की शुरुआत होगी. प्लिंथ के बाद सबसे पहले गर्भ ग्रह पूरा किया जाएगा जिसमें रामलला भव्य स्वरूप में विराजमान होंगे और मंदिर में नक्काशी के साथ परिसर को सजाने का काम शुरू होगा.
राम मंदिर के दर्शन करने पहुंचे शरद पवार के पोते रोहित पवार ने कहा कि श्री राम का भव्य स्वरूप देखकर लोगों में मंदिर की उत्सुकता बढ़ी है. मंदिर का काम चल रहा है और मंदिर की भव्यता की शारदा भगवान राम का मंदिर में आना दर्शन करने वालों की सबसे बड़ी बात है. उम्मीद है कि रामलला का मंदिर जल्द ही पूरा होकर श्रद्धालुओं के लिए खुल जाएगा.
वहीं एल एंड टी के अधिकारी ने आज तक से बात करते हुए बताया कि 30 जून तक प्लिंथ का काम पूरा हो जाएगा. राम मंदिर परिसर में 2 शिफ्ट में 300 से भी ज्यादा वर्कर लगातार मंदिर क्या काम कर रहे हैं, काम की रफ्तार पहले से बढ़ी है और स्ट्रक्चर पूरा तैयार होते ही नक्काशी के पत्थर लगना शुरू हो जाएंगे. दिसंबर 2023 तक मंदिर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है जिसे लगातार तेजी से पूरा किया जा रहा है.
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