उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में बुखार के कहर से मौतों का आंकड़ा थमने का नाम नहीं ले रहा है. मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. दिनेश कुमार प्रेमी ने बताया कि पिछले 24 घंटों में 2 और मौतें हुई हैं. उन्होंने बताया कि मृतकों की संख्या बढ़कर अब 54 हो गई है. बकौल प्रेमी, इस समय 428 बच्चे मेडिकल कॉलेज में भर्ती हैं.
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आपको बता दें कि फिरोजाबाद में बुखार के कहर के बीच केंद्र की टीम ने पाया है कि यहां ज्यादातर केस की वजह डेंगू है, जबकि कुछ मामलों का कारण स्क्रब टाइफस और लेप्टोस्पाइरोसिस है. केंद्र की इस टीम को फिरोजाबाद में बुखार के कहर की वजह पता लगाने के साथ-साथ इसकी रोकथाम के लिए उपाय सुझाने के लिए भेजा गया था. इस टीम में नेशनल सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल (NCDC) और नेशनल वेक्टर बोर्न डिसीज कंट्रोल प्रोग्राम (NVBDCP) के लोग शामिल थे.
जिले में वायरल और डेंगू की रोकथाम के लिए निगरानी समिति बना दी गई हैं. मंगलवार को शहर के अफेक्टेड एरिया में फॉगिंग मशीन से एंटी लारवा का छिड़काव कराया जाएगा. साथी ही, एसीएमओ, आशा कार्यकर्ता और छात्र-छात्राएं अपने-अपने इलाकों में जाकर लोगों जागरूक करेंगे.
चंद्र विजय सिंह, जिलाधकारी फिरोजाबाद
डीएम ने बताया कि छात्र-छात्राओं को इस अभियान में इसलिए जोड़ा गया है ताकि वे अपने-अपने इलाकों में लोगों को कूलर-मटकों का पानी बदलने और साफ सफाई के लिए जागरूक करें.
सीएम योगी आए अलर्ट मोड में
पश्चिमी यूपी में डेंगू और वायरल फीवर बढ़ने की आशंका को देखते हुए यूपी सरकार ने जमीनी स्तर पर तैयारियां तेज कर दी हैं. कई जिलों में डेंगू और वायरल फीवर से बिगड़ते हालात को देखते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के बेसिक शिक्षा परिषद स्कूलों में स्वच्छता-सैनिटाइजेशन का विशेष अभियान चलाने का निर्देश दिया है.
सीएम योगी ने आला अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए लखनऊ के पीजीआई, केजीएमयू और लोहिया अस्पताल के 3 विशेषज्ञ डॉक्टरों की 3 टीमें गठित कर उन्हें आगरा, मथुरा और फिरोजाबाद भेजने को कहा है.
सीएम ने दिए फिरोजाबाद में बेड और मेडिकल स्टाफ बढ़ाने के निर्देश
सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि फिरोजाबाद जिले में अतिरिक्त बेड, डॉक्टर, पैरा मेडिकल स्टाफ, दवाइयां, परीक्षण उपकरण आदि की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए.
सीएम ने दिया फिरोजाबाद को 24 घंटे मॉनिटर करने का निर्देश
आपको बता दें कि सीएम योगी ने फिरोजाबाद जिले के हालात पर चौबीसों घंटे नजर रखने के लिए कहा है. उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री हेल्पलाइन के माध्यम से भी मरीजों और उनके परिजनों से संपर्क कर उनकी मदद की जाए. बकौल सीएम, लोगों को जागरूक किया जाए ताकि बीमारी के शुरूआती लक्षण दिखाई देने पर तत्काल नजदीकी अस्पताल में संपर्क किया जा सके.
रिपोर्ट: सुधीर शर्मा और अभिषेक मिश्रा
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