बढ़ती गर्मी के इस मौसम में उत्तर प्रदेश में लोगों को इन दिनों अघोषित बिजली कटौती से काफी परेशानी का सामना करना पढ़ रहा है. गांव और शहर, दोनों जगहों लोग बिजली की कटौती से परेशान हैं. इस बीच पीलीभीत की पूरनपुर विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक बाबूराम पासवान ने अपनी क्षेत्र की बिजली समस्या को लेकर ऊर्जा मंत्री एके शर्मा को पत्र लिखा है. पत्र में पासवान ने दावा करते हुए कहा है कि विद्युत की अत्यंत खराब व्यवस्था के चलते लोगों में सरकार के प्रति रोष उतपन हो रहा है.
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बीजेपी विधायक ने पत्र में लिखा है,
“मा. मंत्री जी मेरी विधानसभा पूरनपुर में बीते कुछ दिनों में विद्युत व्यवस्था अत्यंत खराब हो गई है, जिस कारण जनता में सरकार के प्रति रोष उत्पन्न हो रहा है. सोशल मीडिया, समाचार पत्र में सरकार के विरोधी लेख निकल रहे है.”
बाबूराम पासवान
उन्होंने आगे कहा, “…अधिकारियों को तत्काल आदेश करें कि सरकार ने जो पूरनपुर के लिये मानक तय किये है उस आधार पर सुचारू रूप से विद्युत आपूर्ति करें. मा. मंत्री जी यहां यह भी अवगत कराना है कि पूरनुपर विद्युत राजस्व वसूली में भी प्रदेश में प्रमुख स्थान रखता है. अतः आपसे पूरनपुर की विद्युत व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाए जाने हेतु संबंधित अधिकारियों को आदेशित करने की कृपा करें, जिससे विद्युत आपूर्ति सरकार की मंशा के अनुसार सुचारू रूप से की जा सकें.”
आपको बता दें कि इससे पहले यूपी तक की टीम मामले की समस्या को देखते हुए उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन के ऑफिस पहुंची और जानने की कोशिश कि क्यों इन दिनों इतनी ज्यादा बिजली कटौती की जा रही है.
यूपी तक की टीम जब उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन के चेयरमैन देवराज से बातचीत करने की पहुंची तो उन्होंने मिलने से मना कर दिया और वह अंदर कमरे में बैठे रहे. यहां तक हमने कई घंटों इंतजार भी किया, लेकिन वह अघोषित कटौती पर कुछ भी बोलने के लिए तैयार नहीं दिखे.
इसके बाद हम उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन के एमडी पंकज कुमार के गेट पर जा पहुंचे तो देखा कि उन्होंने भी हमसे मिलने से मना कर दिया और साफ तौर पर कहा कि वह इस विषय पर कुछ नहीं बोलना चाहते हैं. उन्होंने हमें अंदर आने से मना कर दिया. बिजली की अघोषित कटौती के सवाल पर विभाग के सभी जिम्मेदार अधिकारी बात करने से बचते नजर आए.
वहीं जब यूपी तक टीम बिजली विभाग के इंदिरा भवन और जवाहर भवन स्थित कार्यालय पहुंची तो हमने देखा कि बिजली की अघोषित कटौती कितने समय तक होती है. हालांकि इस दौरान लाइट-फैन सब चलता हुआ मिला और यहां बिजली कटौती ना के बराबर देखने को मिली.
उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश वर्मा ने तब बताया था, “सरकार के पास पर्याप्त लाइट नहीं है और खपत ज्यादा है सरकार के पास कोयले की भी कमी है, जिसकी वजह से दिक्कतें बढ़ रही हैं. दूसरा कारण यह भी है इलेक्ट्रिक टेप भी बराबर डाउन की जा रही है.”
उत्तर प्रदेश सरकार बिजली की पर्याप्त व्यवस्था नहीं कर पा रही: अखिलेश यादव
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