मध्य प्रदेश CM के नाम का एलान होते ही सुल्तानपुर में मना जश्न, मोहन यादव का यूपी से खास रिश्ता

महेश शर्मा

• 04:15 PM • 11 Dec 2023

Uttar Pradesh News : भारतीय जनता पार्टी ने मध्यप्रदेश के नए मुख्यमंत्री के लिए मोहन यादव (Mohan Yadav) के नाम का एलान किया है. मोहन…

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Uttar Pradesh News : भारतीय जनता पार्टी ने मध्यप्रदेश के नए मुख्यमंत्री के लिए मोहन यादव (Mohan Yadav) के नाम का एलान किया है. मोहन यादव उज्‍जैन दक्षिण (Ujjain South) से विधायक हैं और वह शिवराज सरकार में मंत्री थे. वहीं मोहन यादव का उत्तर प्रदेश से भी गहरा संबंध रहा है. यूपी के सुल्तानपुर में मोहन यादव का सुसराल है. मुख्यमंत्री के रूप में मोहन यादव का नाम घोषित होने के बाद सुल्तानपुर (Sultanpur News) में उनकी ससुराल में जश्न का माहौल है.

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मोहन यादव का यूपी से खास रिश्ता

बता दें कि मोहन यादव की पत्नी सीमा यादव सुल्तानपुर की रहने वाली हैं और अब उनका परिवार शहर के विवेकानंद नगर में रहता है. मोहन यादव से सीमा यादव की शादी 1994 में हुई थी तब मोहन यादव विद्यार्थी परिषद में राष्ट्रीय मंत्री थे. तीन भाइयों की अकेली बहन सीमा यादव की शादी मोहन यादव से हुई. परिजनों का कहना है कि मोहन यादव बहुत विनम्र स्वभाव के हैं.शपथ के बाद वो सुल्तानपुर आएंगे इसका इंतज़ार है.

सुल्तानपुर में हुई है शादी

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से भाजपा की राजनीति में अंगद पांव जमाने वाले मोहन यादव की ससुराल यूपी के सुल्तानपुर जिले के गांव कुर्रा दड़वा (फुलौना के निकट) में है. उनके सबसे छोटे साले विवेकानंद यादव ने बताया कि, ‘ बहन सीमा यादव की शादी वर्ष 1994 में मोहन यादव से हुई थी. छह माह पूर्व मोहन यादव की माता का निधन हुआ था तो परंपरा के अनुसार सीमा अपने मायके सुल्तानपुर आईं थीं. तीन भाइयों में सीमा अकेली बहन हैं. उनके सीएम बनने से घर में ही नहीं बल्कि पूरे जनपद में खुशी है.’

ऐसा रहा है राजनीतिक सफर

गौरतलब है कि 1982 में मोहन यादव को पहली बार छात्र संघ का सह सचिव बनाया गया, 1984 में वह छात्र संघ के अध्यक्ष और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नगर मंत्री चुने गए थे. 1989 में मोहन यादव को प्रदेश इकाई की परिषद के मंत्री नियुक्त किया गया है. साथ ही 1991 में राष्ट्रीय परिषद का मंत्री बनाया गया. 2011 में उन्हें पहली बर दर्जा प्राप्‍त कैबिनेट मंत्री बनाया गया था. मोहन पहली 2013 में उन्होने पहली बार उज्जैन दक्षिण विधानसभा सीट से चुनाव जीता और विधायक बने.

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