बांदा जेल में बंद माफिया और डॉन मुख्तार अंसारी के बैरक की सघन तलाशी की गई. शनिवार को बांदा डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल और एसपी अंकुर अग्रवाल ने मंडल कारागार में औचक छापेमारी की. इस छापेमारी से जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया. जब मुख्तार अंसारी के बैरक की चेकिंग की गई, तो इस दौरान माफिया चुपचाप खड़ा रहकर देखता रहा. बता दें कि डीएम एसपी ने जेल कैम्पस में पहुंचते ही सीधे मुख्तार अंसारी की बैरक की सघन तलाशी ली.
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हालांकि, कोई आपत्तिजनक सामान नहीं मिला. इस दौरान मुख्तार अंसारी बेबस लाचार होकर खड़े खड़े देखता रहा. इसके बाद जेल कैंपस का बारीकी से निरक्षण कर जरूरी दिशा निर्देश दिए.
क्या है पूरा मामला?
मिली जानकारी के मुताबिक करीब 11 बजे के आसपास जिले के डीएम और एसपी अचानक जेल कैम्पस पहुँच जाते हैं, जहां पहुँचते ही सीधे मुख्तार अंसारी के बैरक में दाखिल हुए. जहां उन्होंने उसकी बैरक का बारीकी से निरीक्षण किया, जिस दौरान मुख्तार बेबस होकर चुपचाप खड़ा रहा और देखता रहा.
इसके बाद दोनो ने पूरे कैम्पस में चेकिंग की, अस्पताल भी देखा, पाकशाला और रसोई भी चेक किया, जिला प्रशासन के मुताबिक फिलहाल जेल में किसी भी प्रकार का कोई भी आपत्तिजनक सामान नही मिला. इसके बाद दोनो ने सुरक्षा की दृष्टि से जेल कैम्पस में लगे CCTV को बारीकी से चेकिंग की.
अफसरों ने दिए ये निर्देश
सूचना विभाग से जारी प्रेस नोट के मुताबिक डीएम और एसपी ने जेल में बने अस्पताल में जाली लगाने के आदेश दिए हैं, साथ ही शौचालय और पाकशाला में साफ सफाई करने के निर्देश भी दिए.
अफसरों ने जेल प्रशासन को कहा कि सुरक्षा की दृष्टि से अलर्ट रहें, हर आने जाने वाले व्यक्ति पर नजर रखें, किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नही की जाएगी.
चेकिंग के दौरान क्या कर रहा था माफिया?
जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा ने बताया कि, ‘करीब 11 बजे के आसपास डीएम और एसपी जेल का मासिक निरीक्षण करने आये थे, जहां उन्होंने पूरे जेल कैम्पस का बारीकी से निरीक्षण किया, मुख्तार अंसारी की बैरक भी चेक की गई. जिस दौरान वह चुपचाप खड़ा रहकर देखता रहा. हम लोग भी नियमित चेकिंग करते रहते हैं. जेल में किसी भी प्रकार का आपत्तिजनक समान नही मिला है. उन्होंने ठंड को देखते हुए बंदियों की समुचित व्यव्यस्था और डेंगू आदि से बचाव के निर्देश दिए हैं. साथ ही साफ सफाई दुरुस्त रखने के भी आदेश दिए हैं. उन्होंने हर बंदी की समस्याओं को प्राथमिकता से निदान करने के आदेश भी दिए हैं. जेल में करीब एक घंटे निरीक्षण के बाद वापस लौट गए.’
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