क्या मुख्तार अंसारी को स्लो पॉइजन देकर मारा गया? BHU के एक्सपर्ट डॉ. मनोज ने ये बातें बताईं

रोशन जायसवाल

02 Apr 2024 (अपडेटेड: 02 Apr 2024, 05:58 PM)

माफिया मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari Death) की मौत को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं.

मुख्तार अंसारी

Mukhtar Ansari

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Uttar Pradesh News : यूपी के बांदा जेल में बंद माफिया मुख्‍तार अंसारी की मौत सवालों के घेरे में है. माफिया मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari Death) की मौत को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं. परिजनों का आरोप है कि मुख्तार को 'धीमा जहर' दिया गया है. हालांकि, पोस्टमार्ट्म रिपोर्ट में माफिया की मौत की वजह हार्ट अटैक बताई गई है. वहीं मुख्तार की मौत पर उठ रहे सवालों के बीच यूपीतक पहुंचा BHU के  फोरेंसिक डिपार्टमेंट के HOD डॉ मनोज कुमार के पास और इस मामले पर उनकी राय जानने की कोशिश की. 

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फोरेंसिक एक्सपर्ट ने बताई ये बात

बता दें कि डॉ मनोज कुमार, फोरेंसिक के बड़े जानकार तो हैं ही साथ ही कई पेचीदा पोस्टमॉर्टम केस हैंडल कर चुके हैं. वहीं यूपी तक ने मुख्तार अंसारी के मौत को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कई चौंकाने वाली बातें बताई, जो इस केस में शक को और गहरा कर रही है. डॉ मनोज कुमार ने बताया कि, 'मैंने ऐसे केस देखें हैं जिसमें री एग्ज़ामिनिएशन में हार्ट अटैक का केस स्लो पॉइज़निंग का निकला. स्लो पॉइजन खाने पर हार्ट अटैक के भी डिजीज आ सकते हैं. मुख़्तार के लक्षण उससे मैच कर रहे हैं. स्लो पॉइजन खाने पर बेहोश होना, बॉडी पेन, वॉशरूम ना जाना यह सारी प्रॉब्लम भी होती है.'

क्या दिया गया स्लो पॉइजन?

डॉ मनोज कुमार ने आगे बताया कि स्लो पॉइज़न अक्सर स्वाद में मीठा होता है. पता नहीं चल पाता है और स्लो पॉइजन के देने के 15 दिन में भी मौत संभव है. अगर परिवार को डाउट है तो कब्र से शव को निकालकर री एग्जामिन करने का ऑप्शन है. फ्यूचर में कब्र के अंदर का साइल सैम्पल भी प्रूफ है. जहर होगा तो साइल अफेक्ट हो जाती है.' उन्होंने आगे बताया कि पॉइजनिंग के ट्रेस हड्डियों और दाँतों में 50 साल तक रह जाते हैं. ये सबसे इम्पोर्टेन्ट पार्ट है. वहीं मुख्तार के हार्ट में येलो स्पॉट पर उन्होंने कहा कि यह पोइज़न का लक्षण नहीं. यह फैट की वजह से होता है.

परिवार ने उठाया था सवाल

वहीं मुख्तार अंसारी के बड़े भाई अफजाल अंसारी ने भी मौत पर सवाल उठाए थे. उन्होंने बताया था कि, 'जब वह बांदा जिला अस्पताल में अपने भाई मुख्तार को देखने और उनसे मिलने गए थे, तो मुख्तार ने उन्हें क्या बताया था. अफजाल अंसारी ने बताया, हमें उनके सिर्फ 5 मिनट के लिए मिलने दिया गया. इस दौरान उनके भाई मुख्तार ने उनसे पहली बार कहा कि भैया ये सब जो जहर खिला दिए हैं, उसका असर हो रहा है. अब इस जहर का असर बढ़ता जा रहा है. मैं बेहोश होता जा रहा हूं.' 

मुख्तार की मौत पर विवाद

आपको बता दें कि मुख्तार अंसारी की मौत पर अब विवाद भी हो गया है. मुख्तार के परिजनों का कहना है कि मुख्तार को जेल में जहर दिया जा रहा था, जिसके बाद उनकी मौत हुई है. दरअसल कोर्ट के सामने खुद मुख्तार ने खुद को जहर दिए जाने का आरोप लगाया था. इसको लेकर मुख्तार ने अधिकारियों और कोर्ट को लेटर भी लिखा था. ऐसे में अब जब मुख्तार की मौत हो गई है, तो उसकी मौत पर सवाल भी उठ खड़े हुए हैं.
 

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