Bahraich Violence: बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नुपुर शर्मा अपने एक बयान के बाद एक बार फिर चर्चा में आ गई हैं. नुपुर शर्मा ने एक कार्यक्रम में बहराइच हिंसा में मारे गए रामगोपाल मिश्रा की मौत को लेकर एक बयान दिया, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. वहीं बयान सोशल मीडिया पर आने के बाद नुपुर शर्मा ने इस पर माफी मांग ली.
ADVERTISEMENT
नुपूर शर्मा ने किया था ये दावा
बता दें कि बुलंदशहर में आयोजित ब्राह्मण सभा को संबोधित करते हुए नुपुर शर्मा ने दावा किया कि रामगोपाल को बेहद क्रूरता से मारा गया था, जिससे विवाद खड़ा हो गया. इस बयान के बाद, नुपुर शर्मा ने अपने इस दावे पर माफी मांग ली है. भाजपा नेता ने यह स्वीकार करते हुए कि कहा कि, उन्होंने जो सुना था वही कहा था और उन्हें पोस्टमार्टम रिपोर्ट की स्पष्टता के बारे में जानकारी नहीं थी.
नुपुर शर्मा ने सोशल मीडिया पर अपने माफी वाले संदेश में लिखा, "दिवंगत रामगोपाल मिश्रा के बारे में जो मैंने मीडिया में सुना था वह मैंने दोहरायाच मुझे पोस्टमार्टम रिपोर्ट के स्पष्टीकरण के बारे में नहीं पता था.मैं अपने शब्द वापस लेती हूं और क्षमा माँगती हूँ."
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ये बात
दरअसल, दावा किया जा रहा था कि रामगोपाल मिश्रा की हत्या से पहले उसके साथ जमकर बर्बरता की गई थी. मगर बहराइच पुलिस ने इन दावों को खारिज कर दिया है. पुलिस ने बाकायदा अपील जारी करते हुए कहा है कि मृतक को लेकर सोशल मीडिया पर जिस तरह की प्रताड़ना की बात फैलाई जा रही है, वह पूरी तरह से गलत है. मृतक की मौत का कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिर्फ गोली लगना सामने आया है.
बता दें कि बहराइच के थाना हरदी क्षेत्र के रेहुआ मंसूर गांव निवासी रामगोपाल मिश्रा दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के लिए निकले जुलूस में शामिल था. ये जुलूस जब महराजगंज बाजार में समुदाय विशेष के मोहल्ले से गुजर रहा था तो दो पक्षों में कहासुनी हो गई. आरोप है कि इस दौरान छतों से पत्थर फेंके जाने लगे, जिससे विसर्जन में भगदड़ मच गई. इस दौरान रामगोपाल मिश्रा की गोली मारकर हत्या कर दी गई. रामगोपाल की मौत की खबर के बाद महराजगंज कस्बे में बवाल शुरू हो गया. आक्रोशित प्रदर्शनकारियों ने आरोपी के घर समेत कई वाहनों में तोड़फोड़ की और उसमें आग लगी दी.
ADVERTISEMENT