UP News: सुहलदेव भारतीय समाज पार्टी में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. हाल ही के दिनों में सुभासपा (SBSP) प्रमुख ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) पर कई आरोप लगे हैं और पार्टी के नेताओं ने बगावती रुख भी अपना लिया है. राजभर से नाराज पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं द्वारा लगातार पार्टी से इस्तीफा दिया जा रहा है. वहीं अब शुक्रवार को राजभर के खिलाफ मऊ में पोस्टर लगाए गए, जिसमें उन्हें राजभर बस्ती में नाआने की बात लिखी गयी है.
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ओमप्रकाश राजभर अपनी सावधान यात्रा के दौरान मऊ के घोसी विधानसभा में 18 अक्टूबर को एक रैली करने जा रहे हैं. रैली को लेकर अभी से राजभर बस्ती के लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया है. हालांकि ओमप्रकाश राजभर ने इस विरोध पर कहा कि वह लोग हमारा विरोध नहीं बल्कि वह हमारा प्रचार कर रहे हैं.
बता दें कि आज प्रदेश स्तरीय पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की समीक्षा बैठक करने के लिए ओमप्रकाश राजभर मऊ पहुंचे थे. वहीं मऊ के घोसी विधानसभा क्षेत्र के लखीमपुर गांव कि राजभर बस्ती में “ओमप्रकाश राजभर का राजभर बस्ती में आना मना है ” लिखा हुआ बैनर लगाया गया. साथ ही गांव के घरों के बाहर दीवार पर भी यह पोस्टर लगा हुआ दिखायी दिया. अभी तक तो ओमप्रकाश राजभर का विरोध पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं द्वारा पार्टी छोड़कर किया जा रहा था लेकिन अब इनके खिलाफ बैनर और पोस्टर वार भी बागी हुए कार्यकर्ताओं पदाधिकारियों ने छेड़ दिया है.
सुभसपा के पूर्व पदाधिकारी व कार्यकर्ता मनोज राजभर ने ओमप्रकाश राजभर के इस विरोध को लेकर बताया कि वह अपनी नीतियों से भटक गए हैं. पार्टी केवल पिता और पुत्र की हो कर रह गयी है
मनोज राजभर ने बताया कि सारे राजभर महेंद्र राजभर के समर्थन में मैदान में उतरे हैं. ओपी राजभर को किसी भी राजभर बस्ती में घुसने नहीं दिया जाएगा. उन्होंने आरोप लगाया कि ओपी राजभर टिकट पाते हैं और बेच देते हैं. पार्टी नेता ने आरोप लगाते हुए ये भी कहा कि अब्बास अंसारी 6 करोड़ों रुपय लेकर टिकट दिया गया था. किसी चीज का अंत होता है अब इनका अंत आ गया है.
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