फरार नेता श्रीकांत त्यागी के पकड़े जाने के बाद कार पर स्टीकर को लेकर पुलिस की पूछताछ में अहम जानकारी सामने आई है. श्रीकांत त्यागी की कार पर विधानसभा सचिवालय का लगा स्टीकर सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने दिया था. हालांकि सरकार का कहना है कि ये फर्जी स्टीकर है जिसे आरोपी ने अपने एसयूवी पर खुद बनवाया था ताकि दूसरों को अपना रसूख दिखाकर भय का वातावरण बनाया जा सके. सरकार का कहना है कि 2023 का एक भी पास जारी नहीं हुआ है.
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इससे पहले मिर्जापुर में पत्रकारों से बात करते हुए बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा था कि आरोपी श्रीकांत स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ बीजेपी में आया था और उन्हीं के साथ चला भी गया. स्वतंत्र देव सिंह ने ये भी कहा कि ऐसी कोई पोस्ट बीजेपी में नहीं है. हालांकि आरोपी के फेसबुक के हालिया सारे पोस्ट बीजेपी के समर्थन में ही हैं. आरोपी का बीजेपी के कई कद्दावर नेताओं के साथ सोशल मीडिया में तस्वीर है.
आरोपी श्रीकांत त्यागी को पुलिस ने मेरठ से मंगलवार को गिरफ्तार किया है. सीपी नोएडा आलोक कुमार ने बताया कि आरोपी के पास से अब तक पांच गाड़िया मिली हैं जिनमें 2 फॉर्च्यूनर, 2 सफारी और एक होंडा सिटी है. इसको गनर गाजियाबाद से मिले थे जिसकी तफ्तीश चल रही है. श्रीकांत ने मामले में अपनी गलती मानी है. उसका कहना है कि महिलाओं के प्रति उसका ये व्यवहार ठीक नहीं था. नोएडा पुलिस का खौफ था जिसकी वजह से वो भाग रहा था.
ऐसे फरार हुआ श्रीकांत त्यागी- पुलिस
मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस में पुलिस ने बताया कि आरोपी पहले दिल्ली एयरपोर्ट जा रहा था पर वीडियो वायरल होने के कारण पकड़े जाने के डर से वहां नहीं जा सका. फिर मेरठ पहुंचा. कुछ वक्त वहां रुका और सारे डिवाइस बदले. फिर शनिवार को हरिद्वार पहुंचा और वहां से ऋषिकेश गया. रविवार को वापस यूपी आया.
रविवार शाम के बाद फिर सारे डिवाइस बदले. फिर मेरठ, मुजफ्फरनगर, बागपत में रहा. इस बीच इसने न सिर्फ खुद को छिपाया बल्कि जगह बारबर बदलते रहा. जिससे पुलिस को 3 दिन तक चकमा देता रहा. पुलिस इसके पीछे लगी थी. हर वाहन और इसके डिवाइस को लगातार ट्रैक किया जा रहा था. नकुल त्यागी और उसका साथी संजय के अलावा ड्राइवर राहुल आरोपी के मुख्य मददगार थे.
पुलिस को छका रहा फरार श्रीकांत त्यागी ऐसे आया गिरफ्त में, जानिए कैसे बिछाया गया जाल?
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