UP News: ऐसा कम ही देखने को मिलता है कि कोई पुलिस अधिकारी पुलिसकर्मियों की असंवेदनशीलता के लिए खुद आगे बढ़ कर माफी मांगे. मगर हरदोई एसपी और आईपीएस अधिकारी नीरज कुमार जादौन ने कुछ ऐसा किया है, जो काफी चर्चाओं में आ गया है. बता दें कि हदरोई एसपी नीरज कुमार जादौन ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी करते हुए माफी मांगी है.
ADVERTISEMENT
आखिर ऐसा क्या हुआ कि हरदोई एसपी को खुद माफी मांगनी पड़ गई? आखिर हरदोई पुलिस ने क्या किया था? आपको ये बताने से पहले हम आपको आईपीएस अधिकारी नीरज कुमार जादौन की कहानी बताते हैं.
हरदोई SP और IPS अधिकारी नीरज कुमार जादौन की कहानी
मीडिया रिपोर्ट की माने तो नीरज कुमार जादौन ने कानपुर से ही शुरू की पढ़ाई की. पढ़ने में तेज रहे तो आगे जाकर प्रसिद्ध बीएचयू आईआईटी से बी.टेक भी किया. पढ़ाई के फौरन बाद MNC में नौकरी भी मिल गई और वह जॉब करने नोएडा आ गए. फिर जॉब के लिए वह जॉब के लिए बेंगलुरु भी गए और वहां से ब्रिटेन भी गए. मगर फिर उनकी जिंदगी में कुछ ऐसा हुआ, जिसने उनकी जिंदगी ही बदल कर रख दी.
दरअसल वह ब्रिटेन से वापस बेंगलुरु आए और एमएनसी में हाई पैकेज की जॉब करने लगे. मगर कभी उनके पिता की हत्या कर दी गई. पिता की हत्या ने उनकी जिंदगी को बदल कर रख दिया. आरोपियों को सजा दिलवाने के लिए उन्होंने केस की पैरवी की. मगर उन्हें पुलिस से वह मदद नहीं मिली, जो मिलनी चाहिए थी. ये देख उन्होंने खुद आईपीएस बनने की ठान ली. आईपीएस बनकर अपने पिता को इंसाफ दिलाने और पुलिस की कार्यप्रणाली में सुधार के लक्ष्य से उन्होंने जॉब के साथ ही परीक्षा की तैयारी की. इसी के साथ अपने छोटे भाई-बहनों और परिवार की जिम्मेदारी भी उठाई. इसी दौरान नीरज कुमार जादौन ने आईपीएस क्रेक कर लिया और वह आईपीएस अधिकारी बन गए.
जालौन के रहने वाले हैं
बता दें कि नीरज कुमार जादौन जालौन के रहने वाले हैं. वह साल 2015 बेंच के आईपीएस अधिकारी हैं. उन्हें क्राइम पर पकड़ और कानून व्यवस्था कायम करने में काफी माहिर माना जाता है.
आखिर किस बात पर मागी माफी?
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एक हादसे में घायल हुए भाई-बहन पुलिस से इंसाफ की मांग कर रहे थे. तभी भाई अपनी बहन को लेकर एसपी ऑफिस आया. बहन हादसे की वजह से चोटिल थी और चलने की स्थिती में नहीं थी. तभी वहां मौजूद सिपाहियों ने दोनों को रोक दिया. इस दौरान चादर के ही सहारे पुलिसकर्मियों ने युवती को को एसपी के सामने पेश किया. इस बात को लेकर एसपी नाखुश हुए और पीड़ितों ने भी ये सही नहीं ठहराया. इसके बाद एसपी ने खुद इस मामले को लेकर माफी मांगी.
ADVERTISEMENT