उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद मेनका गांधी (Maneka Gandhi) ने बुधवार को जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया. जिसको लेकर हड़कंप मच गया. डेंगू मरीजों की बढ़ती तादात के बीच मिल रहीं शिकायतों को लेकर मेनका गांधी ने जहां डेंगू वार्ड में पहुंच कर खुद जमीनी हकीकत जानी. वहीं शिकायत को लेकर अस्पताल के डॉक्टरों को कहा कि अगर अब दुबारा गलती हुई तो मुझसे बुरा कोई नही होगा.
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दरअसल, स्थानीय सांसद मेनका गांधी तीन दिवसीय दौरे पर अपने संसदीय क्षेत्र सुल्तानपुर में हैं. बुधवार को वह अपने कार्यक्रम के दौरान अचानक जिला अस्पताल पहुंच गईं, जहां हड़कंप मच गया.
उन्होंने यहां एक-एक कर दो डेंगू वार्डों और चिल्ड्रेन वार्ड का गहराई के साथ निरीक्षण किया. डेंगू के जिस पहले वार्ड में सांसद ने इंट्री की वहां तो सब कुछ सामान्य रहा, लेकिन जैसे ही सटे हुए दूसरे वार्ड में सांसद पहुंचीं तो वहां शिकायतें सुनकर उनका पारा चढ़ गया. यहां बेड संख्या-6 पर जयसिंहपुर के परसड़ा निवासी संदीप कुमार (35) के तीमारदार ने उन्हें बताया कि डॉक्टर ने डेंगू की जांच बाहर से कराई है. बस फिर क्या था, सांसद ने सीएमएस डॉ. एससी कौशल से कहा कि डॉक्टर को बुलाइए. डॉक्टर धीरेंद्र पहुंचे तो उन्होंने उनसे स्पष्ट शब्दों में कहा कि अगर जांच का दूसरा पर्चा बाहर का मिल गया तो मुझसे बुरा कोई नहीं होगा.
मीडिया से बातचीत करते हुए सांसद ने कहा, “सफाई संतोषजनक है. ये बुरा अस्पताल नहीं है. अब अचानक से सबको डेंगू हो जाता है तो ये भर जाता है. इसमें मुझे जो खामी लगी है, वो एक है…डॉक्टर लिख रहे हैं पैथालॉजी टेस्ट. अगले दफा जब मैं आऊंगी तो उसकी जांच करेंगे.”
पत्रकारों ने जब अस्पताल में चिकित्सकों की कमी पर सवाल किया तो मेनका गांधी ने कहा कि ये बात सही है ये सिर्फ यहां की नहीं पूरे उत्तर प्रदेश की मुसीबत है. सांसद से ये सवाल हुआ कि महीनों से यहां रेडियोलॉजिस्ट नहीं है तब उन्होंने रटे हुए अंदाज में जवाब दिया कि हम बार-बार कोशिश कर रहे हैं कि एक रेडियोलॉजिस्ट मिल जाए. वहीं निरीक्षण के दौरान एक नर्स ने जब सांसद का पैर छुआ तो उन्होंने कहा कि तुम महान हो, पैर क्यों छूती हो?
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