IAS C. Indumati News: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले की डीएम सी. इंदुमति इन दिनों चर्चा के केंद्र में हैं. दरअसल, डीएम इंदुमति की चर्चा का विषय उनकी सख्त कार्यशैली है. बता दें कि शिकायत मिलने के बाद IAS सी. इंदुमति ने जब जिले के एआरटीओ ऑफिस पर छापा मारा तो हड़कंप मच गया. वहीं, डीएम को मौके पर देख वहां मौजूद दलाल अपनी दुकान पर ताला लगाकर मौके से भाग निकले, जिसकी खूब चर्चा है. इस दौरान डीएम ने एआरटीओ और पीटीओ को लगातार मिल रही शिकायतों को लेकर कड़ी फटकार लगाई. डीएम इंदुमति के चर्चा में आने के चलते लोग उनके बारे में अधिक जानकारी जानने के लिए उत्सुक हैं. ऐसे में यूपी Tak ने IAS इंदुमति से जुड़ीं कुछ अहम जानकारियां हासिल की हैं, जिन्हें आप आगे खबर में जान सकते हैं.
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कौन हैं फतेहपुर की DM सी. इंदुमति?
आपको बता दें कि 2012 बैच की IAS असफर सी. इंदुमती मूल रूप से तमिलनाडु राज्य के पूलमपट्टी गांव की रहने वाली हैं. एक अक्टूबर 1984 को जन्मी सी. इंदुमती ने बीई (ईईई) में डिग्री हासिल की है. UPSC परीक्षा में 151वीं रैंक हासिल करने वालीं IAS सी. इंदुमति फतेहपुर की डीएम और कलेक्टर बनने से पहले राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की निदेशक थीं. बता दें कि 2016 से 2017 के बीच सी. इंदुमति फतेहपुर की मुख्य विकास अधिकारी (CDO) भी रह चुकी हैं.
कहां से की थी IAS इंदुमति ने शिक्षा?
'द हिंदू' की एक रिपोर्ट के मुताबिक, IAS इंदुमति ने स्कूली शिक्षा जीवना स्कूल जबकि कॉलेज की पढ़ाई के.एल.एन. सूचना प्रौद्योगिकी महाविद्यालय से की थी. वह 2006 में कॉलेज से पास आउट हो गई थीं. इसी के बाद उनकी नजर सिविल सर्विसेज पर थी और लक्ष्य तक पहुंचने के लिए उन्होंने पांच साल की गहन तैयारी, कड़ी मेहनत की.
IAS बनने के बाद इंदुमति ने कही ये बड़ी बात
UPSC का रिजल्ट आने के बाद 2012 बैच की IAS अफसर सी. इंदुमति ने कहा था, “मैंने पहली बार 2007 में सिविल सेवा परीक्षाएं लिखीं. तब से मेरा मिशन जारी रहा. यह मेरी रुचि ही थी जिसने मेरा ध्यान केंद्रित रखा. तब सिविल सेवा के अभ्यर्थियों को सलाह देते हुए उन्होंने कहा था, "वैकल्पिक विषयों का सही चुनाव करें. हमें सबसे पहले आत्म-विश्लेषण करना होगा और रुचि के आधार पर विषयों का चयन करना होगा न कि दूसरों के सुझावों के आधार पर. पूरी योजना और व्यवस्थित तैयारी के साथ, आप जरूर सफल होंगे."
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