यूपी के बांदा में विधानसभा चुनाव में योगी (बीजेपी) और अखिलेश (एसपी) की सरकार बनाने को लेकर दो समर्थकों ने आपस मे अपने जीवन की गाढ़ी कमाई को शर्त में लगा दिया. बीजेपी समर्थक ने अपनी ऑटो तो दूसरी तरफ एसपी समर्थक ने अपनी बाइक को जीत-हार की शर्त में लगाया. दोनों आपस मे दोस्त और पड़ोसी भी हैं. दोनों अपनी गाड़ियों से व्यापार कर परिवार पालते हैं. यह मामला बांदा के तिंदवारी विधानसभा क्षेत्र के बसहरी गांव का है.
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बाकायदा विश्वास के लिए 100 रुपये के स्टांप पर लिखा-पढ़ी भी हुई है. गांव के आधे दर्जन लोगों को सिग्नेचर भी कराए गए. मगर जब 10 मार्च को भाजपा को बहुमत मिला तो एसपी समर्थक ने ईमानदारी से अपनी बाइक बीजेपी समर्थक को दे दी. और आज गाड़ी भी उसके नाम करवा दी.
एसपी समर्थक अवधेश कुशवाहा ने बताया कि हम लोग एक जगह बैठे थे, चुनावी चर्चा चल रही थी, अचानक बातों-बातों में पड़ोस के रहने वाले बीजेपी समर्थक से शर्त रख ली.
उन्होंने बताया कि शर्त यह थी कि अखिलेश की सरकार बनेगी तो वो अपनी ऑटो मुझे देगा और योगी सरकार बनेगी तो मैं अपनी बाइक उसको दे दूंगा, अब जब बीजेपी की सरकार बनने वाली है तो मैंने अपनी बाइक उसको दे दी है.
उन्होंने कहा, “मैं इस बाइक से गांव-गांव जाकर बिजली का सामान बेचता था, बाइक चली जाने से धंधा भी बंद है.”
वहीं बीजेपी समथर्क बृजकिशोर सैनी ने कहा, “गांव में राजनैतिक परिचर्चा के दौरान एसपी समर्थक ने शर्त रख दी, तो मैंने भी शर्त स्वीकर की और अपनी रोजी रोटी जिससे परिवार का पालन पोषण चलता था ऑटो, उसे शर्त पर लगा दी.”
उन्होंने कहा, “अब बीजेपी की फिर सरकार बनने वाली है तो उसने स्वेच्छा से बाइक दे दी. स्टांप में लिखा-पढ़ी इसलिए की गई थी कि कोई बात से पलट न जाए. हमारी बीजेपी सरकार ने इतना काम किया कि दोबारा सरकार बनना तय था. मैं 2024 में भी इसी प्रकार शर्त लगाने को तैयार हूं.”
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