UP News: कुछ समय पहले उत्तर प्रदेश के हजारों श्रमिकों को काम के लिए इजराइल भेजा गया था. इजराइल द्वारा भारत सरकार से श्रमिकों की मांग की गई थी, जिसके बाद देश के कई राज्यों से श्रमिक काम के लिए इजराइल गए थे. इजराइल सरकार ने श्रमिकों को सुविधाएं और अच्छा वेतन देने की बात कही थी. बता दें कि अब इजराइल में लगातार भारतीय युवाओं की मांग बढ़ रही है. इसी बीच अब भारत-इजराइल ड्राइव 3.0 के तहत प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना को शुरू किया गया है.
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उत्तर प्रदेश सरकार के कौशल विकास मंत्री कपिल देव अग्रवाल का कहना है कि अब नया इजराइल कुशल भारतीय युवा पीढ़ी के हाथों से बनेगा. उन्होंने कहा कि भारत-इजराइल ड्राइव 3.0 में 5 हजार लोगों को इजराइल भेजा जाएगा.
इजराइल फिर जाएंगे भारतीय युवा
मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने कहा, कुशल श्रमिकों को इजराइल में रोजगार के नए अवसर प्रदान किए जा रहे हैं, जिससे उन्हें वैश्विक मंच पर पहचान और बेहतर भविष्य का मार्ग मिल रहा है. इजराइल सरकार के साथ हुए एमओयू के तहत अब तक 9,000 से अधिक श्रमिकों को इजराइल में रोजगार मिल चुका है.
बता दें कि इजराइल गए श्रमिकों को वहां भवन निर्माण, मॉल प्रबंधन और तकनीकी कार्यों में काम करने का मौका मिला है. वहां उन्हें 1.25 लाख से 1.5 लाख तक का मासिक वेतन मिल रहा है. श्रमिकों की भाषा एवं कौशल दक्षता को सुधारने के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम भी सरकार द्वारा चलाए जा रहे हैं, ताकि उन्हें कार्यस्थल पर किसी प्रकार की परेशानी न हो.
कपिल देव अग्रवाल ने बताया, युवाओं को डिमांड आधारित प्रशिक्षण देकर उन्हें ऐसे क्षेत्रों में तैयार किया जा रहा है, जहां उनकी सक्षमता और हुनर का बेहतर उपयोग हो सके. यह पहल केवल रोजगार देने तक सीमित नहीं है, बल्कि इजराइल से अनुभव प्राप्त कर लौटने वाले श्रमिक नए रोजगार सृजन और अपने व्यवसाय को और अधिक उन्नत करने में भी सक्षम हो रहे हैं. इसके लिए राजकीय आईटीआई, लखनऊ में आयोजित स्किल टेस्ट में श्रमिकों का उत्साहवर्धन किया जा रहा है.
उन्होंने आगे कहा, योगी सरकार का यह अभूतपूर्व कदम राज्य के युवाओं को अंतरराष्ट्रीय अवसरों से जोड़ने, उनके जीवन स्तर को बेहतर बनाने, और प्रदेश की आर्थिक प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध है.
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