UP News: उत्तर प्रदेश पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा को लेकर सरकार और एसटीएफ अलर्ट पर है. पूरे प्रदेश पर निगरानी रखी जा रही है. एक तरह से देखा जाए तो इस बार ये परीक्षा जहां छात्र भी दे रहे हैं तो वही उत्तर प्रदेश सरकार भी दे रही है. पिछली बार जिस तरह से पेपर लीक हुआ, उससे योगी सरकार की काफी किरकिरी हुई. इसी बीच एसटीएफ ने हंस रंजन कुमार नाम के युवक को गिरफ्तार किया है.
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बता दें कि हंस रंजन कुमार सिपाही भर्ती परीक्षा को लेकर अभ्यर्थियों को झांसा दे रहा था. आरोप है कि युवक परीक्षा से पहले ही परीक्षा पत्र मुहैया करवाने का झांसा छात्रों को दे रहा था. कुछ छात्र इसके झांसे में आ भी गए थे.
QR कोड के जरिए ले रहा था रुपये
जांच में सामने आया है कि हंस रंजन कुमार QR कोड के जरिए छात्रों से पेपर मुहैया कराने के रुपये ले रहा था. वह महिला अभ्यर्थियों से 500 तो वहीं पुरुष अभ्यर्थियों से 1000 रुपये ले रहा था. हैरानी की बात ये है कि वह सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर लीक करवाने के नाम पर करीब 20 लाख रुपये जमा कर चुका था.
हंस रंजन कुमार ने छात्रों को झांसा देने के लिए व्हाट्सएप और टेलीग्राम पर 40 से अधिक ग्रुप बनाए थे. यहां से वह लगातार छात्रों को पेपर लीक करवाने का झांसा दे रहा था और उनसे रुपये ले रहा था. एसटीएफ का मानना है कि आरोपी किसी ठग गिरोह का सदस्य हो सकता है, जो बड़े स्तर पर पेपर लीक के नाम पर ठगी कर रहा है.
बता दें कि एसटीएफ ने हंस रंजन कुमार को वाराणसी के कैंट इलाके से गिरफ्तार किया है. फिलहाल एसटीएफ मामले की जांच कर रही है.
लखनऊ से अनिरुद्ध को भी किया गया था गिरफ्तार
एसटीएफ लगातार ठगों और पेपर लीक करवाने की कोशिश कर रहे लोगों पर कार्रवाई कर रही है. इसी को लेकर कल लखनऊ में एसटीएफ ने अनिरुद्ध मोदनवाल नाम के युवक को गिरफ्तार किया था. आरोप है कि अनिरुद्ध मोदनवाल सिपाही भर्ती पेपर पास करवाने के लिए 1-1 लाख रुपये ले रहा था और अभ्यर्थियों को पेपर पास करवाने का आश्वासन दे रहा था. एसटीएफ का मानना है कि ये भी ठग गिरोह का सदस्य है.
आपको बता दें कि इससे पहले एसटीएफ ने गोरखपुर से पिंकी सोनकर नाम की महिला पुलिस कांस्टेबल को पकड़ा था. वह भी पेपर लीक के नाम पर छात्रों को झांसा दे रही थी.
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