EC Revises Bypolls Date In Uttar Pradesh: निर्वाचन आयोग ने सोमवार को उत्तर प्रदेश के साथ-साथ पंजाब और केरल में विधानसभा उपचुनावों की तारीख 13 नवंबर से बदलकर 20 नवंबर कर दी है. अब चुनाव आयोग के इस फैसले पर तमाम तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव ने तंज कसते हुए कहा है कि उनकी पार्टी यूपी और महाराष्ट्र में अच्छा कर रही है इसी वजह से चुनाव की तारीख बदली गई हैं. इसी तरह से सपा नेता आईपी सिंह ने तो यहां तक दावा कर दिया है कि सीएम योगी ने पीएम मोदी से चुनाव की तारीख बढ़ाने को लेकर मुलाकात की थी, इसलिए इसे एक सप्ताह आगे बढ़ाया गया.
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कांग्रेस ने भी इसे लेकर तंज कसा है. यूपी कांग्रेस के प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने कहा है कि यूपी उपचुनाव में बीजेपी चुनाव आयोग को दबाव में डालकर जितनी भी तारीख बदलवा ले, लेकिन वो 9 की 9 सीटें हारेगी. सोशल मीडिया पर भी लोग इस तरह की तमाम टिप्पणियां कर रहे हैं. ऐसे में सवाल यह है कि आखिर चुनाव आयोग ने उपचुनाव की जो तारीख बदली है उसके पीछे की असल वजह क्या है.
तारीख बदलने को त्यौहारों से जोड़कर देखा जा रहा
असल में ये चुनावी तारीख त्यौहारों को लेकर उठी हुई तमाम मांगों को ध्यान में रखकर बदली गई है. कार्तिक पूर्णिमा और गुरुनानक देव की जयंती की वजह से 13 नवंबर को उपचुनाव की तारीखें टाली गईं हैं. आयोग के सूत्रों का कहना है कि 15 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा और देव दिवाली के मेले लग रहे हैं. श्रद्धालु इस वजह से 12 नवंबर से ही इधर उधर आने जाने लगेंगे. श्री गुरुनानक जयंती के लिए पंजाब सहित कई राज्यों में गुरुद्वारों में श्री गुरु ग्रन्थ साहिब के अखंड पाठ दो दिन पहले से शुरू हो जाएंगे. केरल में भी स्थानीय पर्व की वजह से लोग उसमें व्यस्त होंगे. उस वजह से मतदान की तारीख हफ्ते भर बढ़ाकर 20 नवंबर कर दिया गया है.
निर्वाचन आयोग के सूत्रों के मुताबिक राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय दलों जैसे कांग्रेस, भाजपा, बसपा, रालोद और अन्य के अनुरोध पर, साथ ही कम मतदान की किसी भी आशंका समाप्त करने के मकसद से निर्वाचन आयोग ने तारीख बदली है. तीन राज्यों केरल, पंजाब और उत्तर प्रदेश में विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव के लिए मतदान की तारीख 13 नवंबर से हफ्ते भर के लिए बढ़ा कर 20 नवंबर कर दी है. पिछले कुछ सालों में मतदान की तारीख में बदलाव लगातार देखने को मिल रहा है.
पिछले महीनों हरियाणा, राजस्थान विधान सभा चुनाव में भी तारीखों में बदलाव किया गया था. निर्वाचन आयोग के सूत्रों के अनुसार, राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय दलों ने चुनाव आयोग से कहा कि इन राज्यों में लोग कार्तिक पूर्णिमा, कलपथी रास्तोलसवम उत्सव में व्यस्त रहेंगे. उत्तर प्रदेश में भाजपा, बसपा और रालोद के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा मनाने के लिए लोग तीन-चार दिन पहले ही यात्रा कर लेते हैं. कांग्रेस के अनुरोध के अनुसार, पंजाब में श्री गुरु नानक देव जी का 555वां प्रकाश पर्व 15.11.2024 को मनाया जाना है और 13.11.2024 से अखंड पाठ का आयोजन किया जाना है.
कांग्रेस के अनुसार, केरल में 56-पलक्कड़ विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं का एक बड़ा हिस्सा 13 से 15 नवंबर 2024 तक मनाए जाने वाले "कलपथी रास्तोलसवम" उत्सव में व्यस्त रहेगा.
उल्लेखनीय है कि मतदाताओं की सुविधा और उनकी भागीदारी बढ़ाने के लिए आयोग ने पिछले चुनावों में भी मतदान की तिथियों में फेरबदल किया था. पंजाब राज्य चुनाव 2022 में श्री गुरु रविदास जी जयंती के अवसर पर मतदान की तिथि बदल दी गई थी. इसी तरह मणिपुर विधानसभा चुनाव 2022 में पहला चरण रविवार को होने के कारण दोनों चरणों के मतदान की तिथि बदल दी गई. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2012 में बारावफात के कारण मतदान की तिथि बदली गई, मिजोरम विधानसभा चुनाव 2013 में भी सामाजिक समारोहों और रविवार के कारण मतदान और मतगणना की तिथि बदली गई. राजस्थान चुनाव 2023 में देवउठान एकादशी और हाल ही में हरियाणा में आसोज अमावस्या के कारण मतदान की तिथि बदली गई.
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