Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में समाजवादी पार्टी के पूर्व प्रत्याशी को बीजेपी में शामिल करने पर उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी (Nand Gopal Nandi) ने मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने कहा कि स्थानीय विधायक होने के नाते रईस चन्द्र शुक्ला को बीजेपी में शामिल कराने से पहले उन्हें विश्वास में नहीं लिया गया. नंद गोपाल नंदी ने आगे कहा, जो लोग पार्टी को प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की तरह चलाना चाहते हैं और अपनी हठधर्मिता से पार्टी को लगातार क्षति पहुंचा रहे हैं.
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यूपी में नंद गोपाल नंदी का ये बयान चर्चा का विषय बन गया है, भाजपा नेताओं का पार्टी के खिलाफ काफी कम ही बयान देखने को मिलता है. बता दें कि प्रयागराज के रहने वाले नंद गोपाल नंदी की कहानी काफी संघर्षों से भरा हुआ रहा. आज अपना 49वां जन्मदिन के डाक विभाग में कर्मचारी थे. परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण नंदी सिर्फ हाईस्कूल तक ही पढ़ सके. घर की आर्थिक तंगी को दूर करने के लिए वह बचपन में पटाखा, रंग-गुलाल की दुकान तक लगाई है.
नंदी ने सुनाई इमोशनल कहानी
अपने संघर्षों की कहानी खुद सुनाते हुए नंद गोपाल नंदी ने बताया कि, ‘उनके घर में टेलीविजन नहीं था इसलिए वो पड़ोस के एक घर में टीवी देखने जाते थे. टीवी देखने ते लिए वो उस घर के हर काम को करते थे, यहां तक की जूता पॉलिश भी कराकर लाते थे. वहीं एक उन्हें टीवी देखते हुए हंसी आ गई तो पड़ोसी ने उसे एक थप्पड़ जड़ दिया.’ नंद गोपाल नंदी ने बताया कि, ‘बस यही बात उनके दिल पर लग गई और उन्होंने कुछ बड़ा करने की ठानी.’ अपनी आर्थिक स्थिति सुधरने पर उन्होंने मिठाई की दुकान और ऑटो रिक्शा तक चलाया और उसके बाद इनकी तरक्की का कारवां चल पड़ा. नंद गोपाल नंदी पर मंत्री रहते हुए रिमोट बम से हमला भी किया गया। हालांकि, इस हमले में वह बाल-बाल बच गए.
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