Ghaziabad News: गाजियाबाद से एक दुखद मामला सामने आया है. यहां के विजयनगर की चरण सिंह कॉलोनी में एक 14 साल के मासूम बच्चे की रेबीज से तड़प-तड़प कर मौत हो गई. किशोर का नाम शाहवेज है. शाहवेज को करीब एक-डेढ़ महीने पहले कुत्ते ने काटा था. हालांकि तब उसने यह बात अपने परिजनों से छिपा ली. बाद में उसके शरीर में रेबीज का संक्रमण फैल गया. करीब 5 दिन पहले शाहवेज के शरीर में रेबीज के लक्षण दिखने लगे. वह अजीब आवाजें निकालने लगा. हवा-पानी और रोशनी से डरने लगा. उसे अंधेरे में रहना पसंद आने लगा. बाद में बीमारी इतनी बढ़ गई कि बड़े अस्पतालों ने भी इलाज से इंकार कर दिया और अपने पिता की गोद में ही मासूम की मौत हो गई.
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परिवार ने बच्चे को बचाने के लिए पूरी कोशिश की. एंबुलेंस में लेकर 3 दिनों तक भटके, लेकिन किसी अस्पताल के पास कोई इलाज नहीं था. नतीजन बच्चे की दर्दनाक मौत हो गई. इसी कॉलोनी की एक महिला के खिलाफ अब केस दर्ज कराया गया है, जो आवारा कुत्तों को खाना खिला कर पालतू बनाती थी.
अब बड़ा सवाल यह है कि आखिर शाहवेज के मामले में रेबीज ने ऐसा भयंकर रूप कैसे धारण कर लिया? शाहवेज अगर अपने घरवालों को पहले ही कुत्ते के काटने की जानकारी देता, तो क्या उसकी जान बच जाती? आइए जानते हैं कि भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने इस संबंध में क्या गाइडलाइन जारी की है.
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