Kasganj News: उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले से एक दुखद घटना सामने आई है. आरोप है कि यहां पुलिस ने एक दलित व्यक्ति को अपमानित कर उसकी पिटाई की, जिसके बाद उसने आत्महत्या कर ली. घटना को लेकर मृतक की पत्नी ने थाने में आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ तहरीर दी है. पुलिस अब मामले की जांच में जुट गई है.
ADVERTISEMENT
क्या है मामला?
घटना कोतवाली सोरों क्षेत्र के सलेमपुर वीवी गांव की है. यहां एक दलित व्यक्ति ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. मृतक की पत्नी का आरोप है कि रामलीला प्रांगण में कुर्सी पर बैठने के कारण दो पुलिसकर्मियों ने उसके पति के साथ मारपीट और गाली-गलौज की, जिससे वह अपमानित महसूस कर घर वापस आ गया और उसने फांसी लगा ली. मृतक की पत्नी ने पुलिसकर्मियों बहादुर सिंह और विक्रम सिंह के खिलाफ सोरों थाने में शिकायत दर्ज कराई है और न्याय की मांग की है.
मृतक ने दामाद ने बताया घटना वाले दिन क्या हुआ था
मृतक के दामाद मनोज कुमार ने बताया कि रामलीला देखने के दौरान उनके ससुर कुर्सी पर बैठ गए थे. तभी हेड कॉन्स्टेबल बहादुर सिंह और एक अन्य पुलिसकर्मी विक्रम सिंह ने उन्हें खींचकर मारपीट की और गालियां दीं. इस घटना के बाद, मृतक घर लौटे और रोते हुए अपनी पिटाई के बारे में बताया. पिटाई के चलते वे मानसिक रूप से आहत हो गए थे और उन्होंने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी. मनोज कुमार ने कहा कि यह दलित परिवार अत्यंत गरीब है और अब उनकी मांग है कि उनके बच्चों की देखभाल की जाए.
पुलिस ने कही ये बात
इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कासगंज के एएसपी राजेश कुमार भारती ने बताया कि 'रामलीला का मंचन चल रहा था, तभी गांव के ही रमेश चंद मंच पर बैठ गए थे. आयोजकों और दर्शकों ने उन्हें वहां से हटाने को कहा, जिस पर पुलिसकर्मियों ने उन्हें वहां से हटाया. इसके बाद वह घर लौट गए. अगले दिन सुबह सूचना मिली कि रमेश चंद ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया.
पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है. इस घटना ने क्षेत्र में काफी आक्रोश पैदा कर दिया है, और मृतक के परिजन न्याय की मांग कर रहे हैं.
ADVERTISEMENT