UP News: मेरठ की परतापुर पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो लड़कों को फंसाकर उनके साथ ब्लैकमेलिंग करता था. इस गिरोह की 2 महिलाएं अपना नाम बदलकर लड़कों से दोस्ती करतीं और फिर उन्हें फंसा कर उनके साथ संबंध बनातीं. संबंध बनाने के बाद वह रुपये मांगती और रुपये नहीं देने पर फर्जी रेप केस में फंसाने की धमकी देती. पुलिस ने 2 महिलाओं समेत 7 लोगों को गिरफ्तार किया है.
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क्या है पूरा मामला?
दरअसल मेरठ पुलिस ने बुधवार को मेरठ के परतापुर थाने में दो महिलाओं सहित 7 लोगों को गिरफ्तार किया. पकड़ी गई दोनों महिला मुस्लिम हैं. मगर वह अपना हिंदू नाम रखती थीं और उनके पास हिंदू नाम से आधार कार्ड भी था. अपने गिरोह के साथ मिलकर इन दोनों महिलाओं ने एक युवक को अपना शिकार बनाया. दरअसल सुमैया खान ने खुद को शालू शर्मा बताया और युवक से दोस्ती की.
फिर उसे अपने प्यार में फंसाकर उसके साथ संबंध भी बना लिए. होटल में संबंध बनाने के बाद महिला ने उसे ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया और वह उससे 10 लाख रुपये मांगने लगी. सुमैया खान ने कहा कि अगर उसे 10 लाख रुपये नहीं दिए गए तो वह उसे रेप केस में फंसा देगी.
पुलिस के पास भी पहुंच गई सुमैया खान
युवक 10 लाख रुपये नहीं दे पाया. ऐसे में सुमैया खान मेरठ के परतापुर थाने में युवक के खिलाफ रेप की तहरीर देने पहुंच गई. मगर यहां महिला खुद ही फंस गई और पूरा मामला खुलकर सामने आ गया. दरअसल पुलिस को महिला पर शक हुआ. पुलिस ने जब जांच की तो महिला का असली नाम सुमैया खान निकला. उसके पास शालू शर्मा नाम से बना हुआ फर्जी आधार कार्ड भी था.
इसी बीच थाने में दूसरी महिला भी आ गई. उसने अपना नाम सिमरन बताया. उसने कहा कि वह शालू की भाभी है. मगर पुलिस को उसपर भी शक हुआ. उसकी जांच की गई तो उसका नाम रुबीना निकला. फिर जब दोनों से सख्त पूछताछ की गई तो सामने आया कि दोनों अपना हिंदू नाम रखकर युवकों से संबंध बनाती और फिर उनसे उगाही करतीं.
बता दें कि पुलिस ने इस गिरोह के आसिफ, अनिकेत, दीपक, फिरोज, फहीम, रूहीना खान और सुमैया खान को गिरफ्तार किया है. इनसे पास से पुलिस ने 1 गाड़ी, 1 बाइक, 7 मोबाइल और फर्जी आधार कार्ड बरामद किया है.
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