उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में बुधवार, 30 मार्च यानी आज दूसरी पाली में बारहवीं की बोर्ड परीक्षा में अंग्रेजी विषय का पेपर था. दोपहर उस समय हड़कंप मच गया जब पता चला कि पेपर लीक हो गया है. परीक्षा केंद्रों पर पहुंच चुके परीक्षार्थी और उनके मां-बाप के लिए यह खबर हताश निराश करने वाली थी. दिन रात मेहनत कर परीक्षा की तैयारी की और अचानक पेपर रद्द हो गया. शाहजहांपुर, गोंडा, बलिया से लेकर गाजियाबाद, शामली, ललितपुर तक परीक्षा केंद्रों पर पहुंचे बच्चे हताश और निराश थे.
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शुरुआती जांच में पता चला कि पेपर की सीरीज 316 ED और 316 EI का पेपर बलिया से लीक हुआ और इस सीरीज के पेपर उत्तर प्रदेश के 24 जिलों में भेजे गए थे. यह 24 जिले बलिया, एटा, बागपत, बदायूं, सीतापुर, कानपुर देहात, ललितपुर, चित्रकूट, प्रतापगढ़, गोंडा, आजमगढ़, आगरा, वाराणसी, मैनपुरी, मथुरा, अलीगढ़, गाजियाबाद, शामली, शाहजहांपुर, उन्नाव, जालौन, महोबा, अंबेडकरनगर और गोरखपुर हैं.
विभाग की अपर मुख्य सचिव आराधना शुक्ला ने इन 24 जिलों में परीक्षा को रद्द कर जांच के आदेश दिए. आराधना शुक्ला से जब सवाल किया गया तो उन्होंने साफ कहा कि पेपर मजबूती से सीलबंद लिफाफे में था, कोई जानकार ही इसको लीक कर सकता है. विभाग की मंत्री गुलाबो देवी ने कहा कि पेपर लीक में जो शामिल होंगे उन पर सख्त कार्रवाई होगी. डीआईओएस बलिया को सस्पेंड कर दिया गया है.
इस मामले की जांच में यूपी एसटीएफ को लगाया गया, तो यूपी एसटीएफ चीफ एडीजी प्रशांत कुमार का कहना है कि शुरुआती जांच में पेपर बलिया से लीक होने की आशंका है. लेकिन पेपर लीक किस गैंग ने कैसे किया, किसकी लापरवाही से हुआ, इस पर जांच की जा रही है. यूपीएसटीएफ जांच करेगी इस मामले में जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई होगी और एनएसए भी लगेगा.
शासन ने रद्द हुई परीक्षा को दोबारा कराने का आदेश दिया और नई तारीख 13 अप्रैल घोषित भी कर दी. जिन 24 जिलों में यह परीक्षा रद्द हुई है वहां सुबह 8:00 से 11:15 बजे के बीच यह परीक्षा 13 अप्रैल को होगी. शासन की तरफ से इसके लिए हेल्पलाइन नंबर प्रयागराज के लिए 18001805310, 18001805312 और लखनऊ के लिए 18001806607-08 भी जारी किया गया.
बच्चों को किसी भी प्रकार की समस्या ना हो इसके लिए फेसबुक, वॉट्सऐप, ट्विटर सभी जगह मेल आईडी और नंबर जारी किए गए हैं.
विपक्ष ने पेपर लीक पर सरकार को घेरा
पेपर लीक होते ही विपक्षियों ने सरकार को घेरना शुरू कर दिया. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर तंज कसा कि…. ‘उत्तर प्रदेश भाजपा सरकार की दूसरी पारी में भी पेपर लीक करवाने का व्यवसाय बदस्तूर जारी है. युवा कह रहा है कि रोजगार देने में नाकाम भाजपा सरकार जानबूझकर किसी परीक्षा को पूर्ण नहीं होने देना चाहती. भाजपा सरकार अपने इन पेपर माफियाओं पर दिखाने के लिए सही कागज का ही बुलडोजर चलवा दे.’
बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी उत्तर प्रदेश के बीजेपी सरकार को घेरते हुए ट्विटर पर लिखा कि ‘यूपी बोर्ड परीक्षा में पेपर लीक होने का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. आज दोपहर इंटर की अंग्रेजी विषय की परीक्षा होने से पहले पेपर लीक होने के बाद गोरखपुर और वाराणसी सहित 24 जिलों में परीक्षा रद्द करनी पड़ी. छात्रों के जीवन से बार-बार ऐसा खिलवाड़ क्या उचित है? उत्तर प्रदेश में बार-बार पेपर लीक होने से ऐसा लगता है कि नकल माफिया सरकार की पकड़ व शक्ति से बाहर है, किंतु इस प्रकार की गंभीर घटनाओं से प्रदेश की पूरे देश में होने वाली बदनामी के लिए असली कसूरवार पर जवाब दे कौन?’
फिलहाल एक बार फिर उत्तर प्रदेश में पेपर लीक का मामला गरमा गया है. आपको बता दें कि बीते साल नवंबर महीने में UPTET का पेपर भी लीक हुआ था, जिसके बाद काफी हंगामा मचा था.
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