UPTET लीक: पेपर छापने वाली कंपनी के मालिक का सॉल्वर गैंग से कनेक्शन? इस ओर बढ़ी जांच

संतोष शर्मा

• 04:29 AM • 03 Dec 2021

उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (UPTET) पेपर लीक मामले में अब तक प्रदेश भर में 35 से ज्यादा लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं. सचिव…

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उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (UPTET) पेपर लीक मामले में अब तक प्रदेश भर में 35 से ज्यादा लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं. सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी संजय उपाध्याय और परीक्षा पेपर छापने वाली कंपनी के मालिक राय अनुप प्रसाद की गिरफ्तारी के बाद इस पूरी परीक्षा में बरती गई लापरवाही परत दर परत सामने आ रही है. यूपी एसटीएफ को अब तक की जांच के बाद शक है कि कम वक्त में जल्द पैसा कमाने के लिए परीक्षा पेपर छापने वाली कंपनी के मालिक ने ही पेपर लीक किया था. ऐसा कहा जा रहा है कि गिरफ्तार कंपनी मालिक राय अनूप प्रसाद का कनेक्शन कुछ सॉल्वर गैंग से भी मिला है.

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UPTET पेपर लीक में जांच कर रही यूपी एसटीएफ को कुछ ऐसे सुराग हासिल हुए हैं, जिससे शक की सुई आरोपी राय अनूप प्रसाद की तरफ घूम गई है. यूपी एसटीएफ अब तक प्रयागराज, शामली, कौशांबी और मेरठ से कई सॉल्वर गैंग को पकड़ चुकी है. इन सॉल्वर गैंग के पास से बरामद पेपर में सबसे पहला पेपर शनिवार रात 11:40 के आसपास का है. जिस व्यक्ति के पास यह पहला पेपर पहुंचा वह फिलहाल फरार है. यूपी एसटीएफ उसकी धरपकड़ के लिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश खासकर नोएडा और गाजियाबाद में छापेमारी कर रही है.

अब तक की जांच में पता चला है कि पेपर छापने वाली कंपनी के पास ना तो प्रिंटिंग प्रेस थी और ना ही मालिक के पास इस वर्क आर्डर को पूरा करने का फंड. वर्क ऑर्डर लेने के लिए नोएडा के रेडिसन होटल में हुई सचिव संजय उपाध्याय से 23 अक्टूबर की कथित मीटिंग के बाद राय अनूप प्रसाद ने अपने कुछ करीबियों से फंड भी लिया था.

वहीं दूसरी तरफ कॉल डिटेल के आधार पर सॉल्वर गैंग के कुछ करीबियों का राय अनूप प्रसाद से भी कनेक्शन सामने आया है. यूपी एसटीएफ को शक है कि नोएडा के रेडिसन होटल में संजय उपाध्याय से डीलिंग होने के बाद राय अनूप प्रसाद को भरोसा हो गया था कि सब कुछ सेट है. अब कोई कुछ नहीं कर सकता. यही वजह थी कि उन्होंने बिना संसाधनों वाली कंपनी के नाम पर इतना बड़ा वर्क ऑर्डर ले लिया और फिर उसे चार दूसरी प्रिंटिंग प्रेस को बांट दिया.

अब एसटीएफ को शक है कि इस वर्क ऑर्डर के सरकारी पेमेंट में होने वाली स्वभाविक देरी और मार्केट से ब्याज पर उठाई गई रकम को अदा करने के लिए कहीं राय अनूप पसाद ने ही तो सॉल्वर गैंग के साथ सेटिंग नहीं कर ली? फिलहाल यूपी एसटीएफ इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं कर रही है, लेकिन सूत्रों की माने तो एसटीएफ की जांच इस दिशा में कुछ अहम सुबूतों के आधार पर काफी आगे बढ़ चुकी है.

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