Badaun News: उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले स्थित जिला अस्पताल में एक महिला को इमरजेंसी वॉर्ड के पास बनी एक कोठरी में बंद करने का आरोप लगा है. प्राप्त जानकारी के अनुसार, डाक्टरों ने महिला को देखने और दवा देने के बजाय उसे एक कोठरी में ताले में बंद कर दिया. इसके पीछे दलील यह दी गई कि महिला की दिमागी हालत ठीक नहीं है और दूसरे मरीजों को परेशानी हो रही है. बता दें कि किसी ने इसकी सूचना जिलाधिकारी को दे दी. इसके बाद डीएम के निर्देश पर सीएमओ प्रदीप कुमार मौके पर पहुंचे और जब उन्होंने ताला खुलवाया तो महिला अंदर बंद थी.
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कोठरी का जब ताला खुला तो महिला हाथ जोड़कर मिन्नत करने लगी. उसने कहा उसकी कोई गलती नहीं थी, फिर उसको क्यों बंद किया गया. महिला ने अपनी रिहाई की गुहार लगाई, जिसके बाद सीएमओ ने महिला को बाहर निकलवाया.
सीएमओ ने कही ये बात
बदायूं के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रदीप वार्ष्णेय ने बताया कि किसी ने जिलाधिकारी को फोन पर सूचित किया कि एक महिला को कुछ लोग छोड़ गए हैं और उसको जिला अस्पताल में ताले में बंद कर दिया गया है. इस पर उन्होंने खुद मौके पर जाकर जांच की तो महिला एक गंदे कमरे में बंद पाई गई.
सीएमओ के अनुसार, अस्पताल के कर्मचारियों ने बताया कि 3 दिन पहले कुछ लोग महिला को इलाज के लिए जिला अस्पताल में छोड़ गए थे. मगर महिला बार-बार भागने का प्रयास कर रही थी. उसके साथ कोई दुर्घटना ना हो जाए इस कारण उसको कमरे में रखा था. परिजनों ने उसे त्याग दिया है.
सीएमओ डॉ. प्रदीप वार्ष्णेय ने बताया कि इस पूरे मामले से जिलाधिकारी को अवगत करा दिया गया है और महिला को अलग वॉर्ड में रख कर उसे खाना व अन्य सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं. शीघ्र ही उसके परिजनों का पता लगाकर उसे उनके सुपुर्द कर दिया जाएगा.
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