पिता के हत्यारों को सजा दिलाने के जुनून में बेटे ने UPSC की परीक्षा की क्रैक, मिली 454वीं रैंक

संतोष सिंह

• 11:02 AM • 24 May 2023

‘कौन कहता है आसमां में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारों’, यह महज एक लाइन नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश के…

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‘कौन कहता है आसमां में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारों’, यह महज एक लाइन नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में रहने वाले गुदड़ी के लाल बजरंग यादव की कहानी है. संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा 2022 में बजरंग प्रसाद यादव ने 454वीं रैंक हासिल कर सफलता प्राप्त की है. बजरंग प्रसाद यादव बस्ती जिले के बहादुरपुर विकास क्षेत्र के धोबहट गांव के रहने वाले हैं.

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यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा को क्रैक करने का सफर बजरंग यादव के लिए बिल्कुल भी आसान नहीं था, लेकिन उनके पिता के साथ हुई एक घटना के चलते बेटे बजरंग के सिर पर यूपीएससी की परीक्षा को पास करने का जुनून सवार हो गया था.

पिता की हो गई थी हत्या

बजरंग यादव के पिता राजेश यादव पेशे से किसान थे, जो गांव में खेती-किसानी के साथ-साथ गरीब और असहाय लोगों की काफी मदद करते थे. इनके पिता पर लोगों की मदद करने का जुनून इस कदर सवार था कि किसी भी गरीब का अगर कोई जमीन कब्जा कर लेता था, तो उनसे वह अकेले ही भिड़ जाते थे और उन्हें उनकी जमीन वापस दिला कर ही रहते थे.

बजरंग के पिता का इस तरह से लोगों की मदद करने का स्वभाव गांव के दबंगों को रास नहीं आया. साल 2020 में दबंगों ने साजिश करके इनके पिता की हत्या कर दी थी. इस घटना के बाद बजरंग ने पिता के हत्यारों को सजा दिलाने के लिए आईएएस अधिकारी बनने की ठान ली और यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी में जुट गए थे.

यूपीतक से फोन पर बातचीत में बजरंग यादव ने कहा कि गरीब और असहायों की सेवा करना है ही मेरा लक्ष्य है.

उन्होंने कहा,

“मेरे पिता के साथ जो घटना हुई उसमें मैंने यह पाया कि एक बड़ा अधिकारी ही गरीब और असहायों की मदद कर सकता है, क्योंकि एक मसले को हल करने के लिए हर कोई आईएएस तो नहीं बन सकता, लेकिन एक व्यक्ति आईएएस बनकर कई मसलों को हल कर सकता है.”

मां हैं ग्राम प्रधान

बजरंग की मां कुसुमकला धोबहट ग्राम पंचायत की ग्राम प्रधान हैं. बजरंग की इस सफलता पर घर में दादी रेशमा देवी, चाचा दिनेश यादव, चाचा उमेश यादव, चाची सुमनदेवी, मंजू देवी ने खुशी जताई है.

बस्ती में पूरी हुई बजरंग यादव की शुरुआती पढ़ाई

बजरंग प्रसाद यादव की प्राथमिक शिक्षा गांव से ही हुई है. बजरंग की 10वीं लिटिल फ्लावर स्कूल कलवारी और इंटरमीडिएट उर्मिला एजुकेशनल एकेडमी से हुई है. साल 2019 में बीएससी मैथ से इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से किया और यूपीएससी की तैयारी दिल्ली में कर रहे थे. बजरंग प्रसाद यादव के इस सफलता के बाद लोगों में खुशी का माहौल है.

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