UPSSSC VDO Recruitment : शायद ही किसी अभ्यर्थी की कुंडली में मौजूद सभी ग्रह सटीक जगह बैठे होंगे तभी अधनीस्थ सेवा चयन आयोग में इनकी भर्ती सही समय पर पूरी हुई होगी. लेकिन ऐसा लगता है कि अधिकतर अभ्यर्थियों की किस्मत उनसे नाराज है और नाराज हैं उनके माता-पिता और परिवारीजनों की अपेक्षाएं जिनको कंधों पर लिए यह छात्र यूपी के अलग-अलग जिलों से लखनऊ पहुंचते हैं, आयोग दफ्तर के बाहर धरना देने. पिछले 6 सालों में 6 दफा बजट आ चुका है, ग्राम विकास विभाग के मंत्री भी बदल चुके हैं लेकिन अगर कुछ नहीं बदला है तो इन अभ्यर्थियों के मायूस चेहरे. इनकी नाम आंखे जो लगातार आयोग और विभाग से सवाल करती नजर आती हैं आखिर और कितना इंतजार.
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6 साल पहले हुई थी परीक्षा
मामला 2018 का है जब इस विभाग के मंत्री और आयोग के अध्यक्ष दोनों ही अलग थे और अब भले ही दोनों पदों पर नए चेहरे आ गए हों लेकिन VDO भर्ती के अभ्यर्थियों के हालात ठीक वैसे ही हैं. आज भी भारी संख्या में सुबह-सुबह VDO भर्ती के अभ्यार्थी आयोग के दफ्तर के बाहर अपना विरोध जताने पहुंचते हैं और साथ ही रिजल्ट जारी करने की भी मांग करते हैं. बातचीत में वह अपनी व्यथा बताते हैं, जिसमें एक अभियार्थी ऐसे भी हैं जिनकी बीवी उन्हें छोड़कर चली गई. क्योंकि यह एग्जाम पूरा नहीं हो पाया और नौकरी नहीं लग पाई. ऐसी तमाम कहानियां लिए अभ्यार्थी रिजल्ट की डेट आने की उम्मीद लिए लगाए बैठें हैं पर उनका सुनने वाला वहां कोई नहीं.
किसी भी चली गई पत्नी तो कोई बन गया किसान
यूपी तक से बात करते हुए अभ्यर्थी अमित यादव ने बताया कि, रिजल्ट का इंतजार पिछले 6 साल से करते-करते अब वह अपने बड़े भाई के साथ खेती किसानी में हाथ बटाने लगे हैं. वह बताते हैं कि जब यह भर्ती 2018 में आई थी उसी बरस उनके पिता का देहांत हो गया और अगले कुछ सालों बाद उनकी मां भी चल बसी लेकिन ना यह भर्ती पूरी हो पाई और ना उनकी नौकरी लग पाई माता-पिता का सपना सपना ही रह गया.
वहीं एक और अभ्यर्थी रामू कुमार की भी कुछ यही कहानी है, जो अपने घर वालों और मोहल्ले वालों से ताने सुन-सुन कर थक चुके हैं और अब कुछ छोटे-मोटे कम कर अपनी गुजर बसर करते हैं. आज उनकी आंखों में आंसू है क्योंकि वह रोजगार के हकदार होने के बाद भी सड़कों पर धरने दे रहे हैं. एक अभ्यर्थी ऐसे भी हैं जिन्हें उनकी बीवी छोड़कर चली गई है क्योंकि 2018 में जब यह भर्ती आई उसके बाद परीक्षा हुई तब उम्मीद थी की नौकरी लग जाएगी लेकिन जब परीक्षा ही निरस्त हो गई नौकरी लगने के हालात ही खत्म हो गए तो पत्नी ने भी छोड़ दिया.
बता दें कि उत्तर प्रदेश अधनीस्थ सेवा चयन आयोग या सुस्त सेवा चयन आयोग ने ग्राम पंचायत अधिकारी, ग्राम विकास अधिकारी और समाज कल्याण पर्यवेक्षक के 1953 पदों पर भर्ती के लिए हुई परीक्षा को निरस्त कर दिया था. शासन के आदेश पर इसकी एसआईटी जांच कराई गई और जांच में गड़बड़ी की पुष्टि होने के बाद आयोग ने यह फैसला किया है.
दिसंबर 2018 में हुई थी परीक्षा
ग्राम पंचायत अधिकारी, ग्राम विकास अधिकारी और समाज कल्याण पर्यवेक्षक के 1953 पदों पर भर्ती के लिए 22 व 23 दिसंबर 2018 को परीक्षा कराई गई थी. परीक्षा में नौ लाख से अधिक अभ्यर्थी बैठे. इसका परीक्षा परिणाम 28 अगस्त 2019 को जारी किया गया. परीक्षा परिणाम आने के बाद इसमें धांधली की पुष्टि हुई. अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के तत्कालीन अध्यक्ष सीबी पालीवाल के निर्देश पर उस समय इसकी एफआईआर दर्ज कराई गई. इसके बाद पूरे मामले की जानकारी शासन को दी गई.
एसआईटी जांच कराई गई
अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की रिपोर्ट के आधार पर शासन ने पूरे मामले की जांच एसआईटी से कराने का आदेश 20 मार्च 2020 को दिया. इसके आधार पर अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने भर्ती संबंधी सभी कार्यवाही 20 जून 2020 से रोक दी. इसके बाद से ही इन पदों पर भर्ती के लिए दावेदारों ने हंगामा शुरू किया, लेकिन जांच रिपोर्ट के आधार पर इसे निरस्त किए जाने का फैसला किया गया.
किसके कितने पद
- ग्राम पंचायत अधिकारी - 1527
- ग्राम विकास अधिकारी - 362
- पर्यवेक्षक (समाज कल्याण) - 64
भर्ती में कब-कब क्या हुआ
- भर्ती के लिए विज्ञापन निकाला गया जून 2018 में
- ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 30 मई 2018 से
- आवेदन की अंतिम तारीख 29 जून 2018
- परीक्षा 22 व 23 दिसंबर 2018 को हुई
- शासन ने 20 मार्च 2020 को एसआईटी गठित की
- आयोग से अभिलेख परीक्षण का काम 27 मार्च 2020 को रोका
VDO 2018 1953 पद (ग्राम पंचायत अधिकारी,ग्राम विकास अधिकारी और समाज कल्याण पर्यवेक्षक) इसका re exam जून 2023 में हुआ था। इसका DV result फरवरी 2024 में आया था. जिसका DV 30 अप्रैल से 17 मई तक चला था और इसका फाइनल रिजल्ट अभी तक नहीं जारी कर पाया है. उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग जिसको लेकर आज तक धरने जारी हैं.
ग्राम्य विकास मंत्री ने दिया ये जवाब
वहीं इन सवालों का जवाब जानने के लिए यूपी तक पहुंचता है ग्राम्य विकास मंत्री विजय लक्ष्मी गौतम के पास पर उनके पास भी ठोस जानकारी का अभाव दिखता हैं. ग्राम्य विकास मंत्री यूपी तक को बताती हैं कि, 'बहुत जल्द आपके सामने इन सारी चीजों को रखा जाएगा सारी चीज बहुत अच्छी होगी. कहीं पर कोई गड़बड़ी होगी तो कार्रवाई भी होगी. पिछली सरकार में तो गड़बड़ी करो कैसे भी आगे बढ़ावा दो लेकिन हमारी सरकार में कहीं भी गलत सुनाई दे रहा है तो कड़ी कार्रवाई हो रही है. बहुत जल्द निस्तारण होगा. युवा अपनी तैयारी करें ठीक तरह से पढ़ाई करें, किसी की बातों में गुमराह ना हो, डबल इंजन की सरकार आपके बारे में लगातार सोच रही है. सवाल यह कि युवा तो तैयारी कर रहे हैं लेकिन क्या एग्जाम के नतीजे निकल पा रहे हैं.'
इस दिन आएगा रिजल्ट
आयोग के अध्यक्ष संजय श्रीनेत ने कहा कि, 'ग्राम विकास अधिकारी का विज्ञापन 2018 का है और दिसंबर 2018 में इसकी परीक्षा भी हुई थी लेकिन इसकी फिर शिकायत हुई. इसके बाद विभागीय जांच हुई फिर समिति की जांच हुई और 2021 में परीक्षा निरस्त कर दी गई. निरस्त होने के बाद इन बच्चों से बिना फीस लिए दोबारा परीक्षा करानी थी, उच्चतम स्तर तक कई बार बैठके हुई और आखिरकार निर्णय हुआ की शासन बजट देगा और परीक्षा होगी. इसके बाद परीक्षा जून 2023 में परीक्षा हुई, DV हो चुकी है, आखिरी रिजल्ट्स बन रहा है और अगस्त तक हम इसका रिजल्ट निकाल देंगे.'
उन्होंने कहा कि, 'बच्चों को फिर आश्वस्त करते हैं की परीक्षा के बारे में शिकायत मिली थी आयोग ने जांच कर कर निर्णय लिया और निरस्त कर कर आपको न्याय देने का पूरा प्रयास किया। फिर से आश्वस्त करता हूं जो परीक्षा आपने दी है, उसके आधार पर आपका रिजल्ट अगस्त में जरूर आएगा. जो लोग सक्षम पाए जाएंगे उनको उसी के साथ नियुक्ति पत्र भी दिया जाएगा.'
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