बांदा के विवेक गुप्ता ने EPFO परीक्षा में हासिल की RANK-20, काफी प्रेरक है इनकी कहानी

संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) भर्ती परीक्षा 2024 का परिणाम घोषित कर दिया है. इस परीक्षा में उत्तर प्रदेश के बांदा में रहने वाले विवेक गुप्ता ने 20वीं रैंक हासिल की है. विवेक गुप्ता का चयन असिस्टेंट कमिश्नर के पद में हुआ है.

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संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) भर्ती परीक्षा 2024 का परिणाम घोषित कर दिया है. इस परीक्षा में उत्तर प्रदेश के बांदा में रहने वाले विवेक गुप्ता ने 20वीं रैंक हासिल की है. विवेक गुप्ता का चयन असिस्टेंट कमिश्नर के पद में हुआ है. विवेक ने एमटेक के बाद UPSC की तैयारी शुरू कर दी थी. विवेक के माता-पिती और रिश्तेदारों ने बेटे की सफलता पर  खुशी जाहिर की है और. खबर में आगे जानिए स्कूलिंग से लेकर UPSC तक विवेक गुप्ता का कैसा रहा है सफर?

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प्रेरक है विवेक की कहानी

उत्तर प्रदेश के बांदा कोतवाली क्षेत्र के छोटी बाजार इलाके के निवासी विवेक गुप्ता ने UPSC परीक्षा में कमाल कर दिया है. विवेक ने कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) में 20वीं रैंक हासिल की है. बता दें कि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन, श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के अंतर्गत आता है. विवेक के पिता की मोबाइल रिचार्ज की दुकान है. मगर अपने हौसले और अपने परिवार वालों के आशीर्वाद से विवेक ने कुछ ऐसा कर दिखाया जो उनके परिजनों ने कभी सोचा भी नहीं था. विवेक गुप्ता का चयन असिस्टेंट कमिश्नर के पद पर हुआ है. अब उनके तमाम रिश्तेदार, मुहल्ले पड़ोस वाले फोन या घर पहुंचकर बधाइयां दे रहे हैं. साथ ही, माता पिता ने भी बेटे की सफलता पर खुशी जाहिर की है. 

एमटेक के बाद शुरू की UPSC की तैयारी

विवेक ने बताया कि यह उनकी मेहनत और परिजनों के आशीर्वाद का परिणाम है. विवेक किताबों के साथ-साथ यूट्यूब की मदद से पढ़ाई करते थे. उनकी इसी मेहनत का नतीजा है कि वह आज अपने लक्षय तक पहुंच सके हैं. विवेक ने यह भी बताया कि उन्होंने अपने दूसरे प्रयास में यह सफलता पाई है. शुरुआती शिक्षा की बात करें तो विवेक ने 10-12वीं के एग्जाम बांदा के एक स्कूल से दिए थे. इसके बाद, बांदा के ही एक प्राइवेट इंस्टीट्यूट से उन्होंने बीटेक किया. फिर, झांसी से एमटेक किया. इस सब के बाद उन्होंने UPSC की तैयारी शुरू कर दी थी. UPSC की तैयारी के लिए वह दिल्ली भी गए, लेकिन परिवारिक समस्यायों के कारण उन्हें वापस घर आना पड़ा. इसके बाद दिन रात मेहनत कर विवेक ने इस सफलता को हासिल किया है. 

विवेक ने कई युवाओं को किया प्रेरित

विवेक ने यह मुकाम हासिल कर कई युवाओं को यह प्रेरणा दी है कि इंसान अगर कुछ ठान ले, तो उसे हासिल किया जा सकता है.विवेक ने युवाओं को टिप्स देते हुए कहा कि 'लगातार नए कंटेंट के साथ पुरानी गतिविधियों पर नजर रखें. नोट्स बनाएं, रेगुलर रिवीजन करें, जिससे आप निश्चित ही सफलता को हासिल कर पाएंगे.' 

बेटे की कामयाबी पर माता-पिता ने कही ये बात

विवेक की सफलता पर उनके माता-पिता भी बेहद खुश हैं. बता दें कि विवेक की मां ग्रहणी हैं और पिता की मोबाइल की दुकान है. विवेक के पिता ने कहा कि उन्हें विश्वास नहीं हो रहा है, लेकिन बेटे ने बहुत मेहनत की है. मां आशा गुप्ता ने बेटे की कामयाबी पर खुशी जाहिर की है. उन्होंने कहा कि वह हमेशा भगवान से प्रार्थना करती थीं कि उनके बच्चे कामयाब हो जाएं.

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