मायावती ने रख दिया धनंजय के सिर पर हाथ! समझिए कैसे पलट गया जौनपुर का चुनाव

यूपी तक

15 Apr 2024 (अपडेटेड: 15 Apr 2024, 10:15 PM)

आपको बता दें कि इससे पहले जौनपुर लोकसभा सीट से श्रीकला रेड्डी के निर्दलीय चुनाव लड़ने की चर्चाएं थी. माना जा रहा था कि समाजवादी पार्टी श्रीकला रेड्डी को टिकट दे सकती है. मगर अब बसपा ने एंट्री मार ली है और श्रीकला रेड्डी को अपना उम्मीदवार बना दिया है.

Mayawati, Dhananjay Singh, Shree Kala Reddy

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UP News: जौनपुर लोकसभा सीट पर बहुजन समाज पार्टी ने बड़ा खेल कर दिया है. मिली जानकारी के मुताबिक, जौनपुर लोकसभा सीट से बसपा ने बाहुबली और पूर्व सांसद धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला रेड्डी को मैदान में उतारा है. जौनपुर बसपा जिलाध्यक्ष ने खुद इस बात की जानकारी दी है कि श्रीकला रेड्डी बसपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव में खड़ी होंगी.

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आपको बता दें कि इससे पहले श्रीकला रेड्डी के निर्दलीय चुनाव लड़ने की चर्चाएं थीं. माना जा रहा था कि समाजवादी पार्टी श्रीकला रेड्डी को टिकट दे सकती है. मगर ये चर्चाएं भी खत्म हो गई थीं. इसके बाद से यह तय माना जा रहा था कि अब श्रीकला रेड्डी निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनावी मैदान में उतरेगीं. मगर सभी कयास गलत साबित हुई और बसपा ने श्रीकला रेड्डी को अपना उम्मीदवार बना दिया.

मायावती ने रख दिया धनंजय सिंह के सिर पर हाथ

दरअसल धनंजय सिंह इस समय जेल में हैं. उन्हें जौनपुर की एमपी-एमएलए कोर्ट ने अपहरण और रंगदारी के आरोप में 7 साल की सजा सुनाई है. कोर्ट से भी धनंजय सिंह को फिलहाल कोई राहत मिलती हुई नहीं दिख रही है. माना जा रहा है कि बाहुबली धनंजय सिंह फिलहाल कानूनी पेंच में फंस गए हैं. 

इसी वजह से धनंजय सिंह ने बसपा चीफ मायावती की तरफ रुख किया है. दरअसल धनंजय सिंह और बसपा का संबंध आज का नहीं है. साल 2009 के लोकसभा चुनाव में धनंजय सिंह, बसपा के टिकट पर ही जीतकर सांसद बने थे और दिल्ली पहुंचे थे. एक समय धनंजय सिंह की गिनती बसपा के बड़े नेताओं में की जाती थी. इसलिए माना जा रहा है कि बसपा सुप्रीमो मायावती ने इस मुश्किल समय में अपना हाथ धनंजय सिंह के सिर पर रख दिया है.

पलट गया जौनपुर का चुनाव

साल 2009 लोकसभा चुनाव में धनंजय सिंह ने बसपा के टिकट पर जौनपुर में बड़ी जीत हासिल की थी. उस दौरान धनंजय सिंह ने समाजवादी पार्टी उम्मीदवार पारस नाथ यादव को 80 हजार से भी अधिक वोट से हराया था. धनंजय सिंह को जहां 302,618 वोट मिले थे, तो वहीं सपा उम्मीदवार को 222,267 वोट ही मिल पाए थे. उस चुनाव में भाजपा उम्मीदवार तीसरे स्थान पर रहे थे. ऐसे में माना जा रहा है कि बसपा से श्रीकला रेड्डी के चुनाव में खड़े होने के बाद जौनपुर का चुनाव काफी दिलचल्प हो गया है.

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