Ghaziabad Lok Sabha Seat: गाजियाबाद लोकसभा सीट की गिनती उत्तर प्रदेश की हॉट सीट में की जाती है. चुनावों में गाजियाबाद सीट पर हर किसी की नजर बनी रहती है. दरअसल गाजियाबाद सीट पर ठाकुर-राजपूत समुदाय की संख्या प्रभावशाली है. भाजपा ने ठाकुर-राजपूत समाज से आने वाले जनरल बी.के सिंह का टिकट काटकर ठाकुर-राजपूतों को नाराज कर दिया है.
ADVERTISEMENT
बता दें कि भाजपा ने इस सीट से अतुल गर्ग को टिकट दिया है तो वही कांग्रेस-सपा गठबंधन ने इस सीट से डॉली शर्मा को मैदान में उतारा है. बहुजन समाज पार्टी ने मौके के फायदा उठाकर यहां से राजपूत-ठाकुर उम्मीदवार नंदकिशोर पुंडीर को मैदान में उतारा है.
UP Tak ने गाजियाबाद के ठाकुर बाहुल्य गांव में दलित समाज के वोटर्स से बात की और उनसे जानना चाहा कि उन्होंने किसे अपना वोट दिया है? ठाकुर बहुल्य गांव में दलितों ने किन मुद्दों को लेकर मतदान किया है? बता दें कि इस दौरान दलित समाज के लोगों ने चौंकाने वाली जवाब दिए.
गाजियाबाद के ठाकुर बाहुल्य गांव के दलित ये बोले
UP Tak से बात करते हुए गजेंद्र फौजी ने कहा, हम भाजपा को हराकर बसपा को विजयी बनाना चाहते हैं. ये हमारा सीधा मकसद है. आधे ठाकुरों के वोट भी बसपा पर गए हैं. बहन मायावती ने यहां से ठाकुर समाज के ही नंदकिशोर पुंडीर को टिकट दिया है. ऐसे में ठाकुर समाज के लोग भी उन्हें ही वोट कर रहे हैं.
गजेंद्र फौजी ने आगे कहा कि मुसलमान समाज के आधी वोट भी बसपा उम्मीदवार को मिले हैं. इसी के साथ मुस्लिम समाज के आधे वोट कांग्रेस को मिले हैं. यहां जीत-हार काफी कम वोटों से होगी. हम लोगों ने हाथी को वोट डाला है.
‘क्षत्रिय समाज भाजपा से काफी नाराज’
गजेंद्र फौजी ने कहा कि क्षत्रिय समाज, भाजपा से काफी नाराज है. इसलिए बहन मायावती ने 4 से 5 टिकट क्षत्रिय समाज के लोगों को दिए हैं. इस बार क्षत्रिय समाज ने आधे वोट कांग्रेस-सपा गठबंधन को दिए हैं तो आधे वोट बसपा को दिए हैं. भाजपा को क्षत्रियों ने वोट ही नहीं दिया है.
दलित वर्ग से संबंध रखने वाले भगवान सिंह ने कहा कि हम सभी ने बसपा को वोट दिया है. हम अगर कही और वोट देंगे तो हमारी उसमें गिनती नहीं है. इसलिए हमने सिर्फ हाथी का बटन दबाया है. इस दौरान वहां खड़े अन्य दलित समाज के लोगों ने भी कहा कि हमने इस बार भी हाथी को वोट दिया है. हम चाहते हैं कि बहन मायावती की सरकार आए.
ADVERTISEMENT