यूपी में BJP और राहुल-अखिलेश की जोड़ी में कौन आगे? प्रशांत किशोर और योगेंद्र यादव का कैलकुलेशन चौंका देगा

यूपी तक

22 May 2024 (अपडेटेड: 22 May 2024, 05:21 PM)

Lok Sabha Election 2024 :  छठे चरण की वोटिंग से पहले राजनीति विश्लेषक प्रशांत किशोर, प्रोफेसर और राजनैतिक कार्यकर्ता योगेंद्र यादव ने बीजेपी के उत्तर प्रदेश की सभी 80 सीटों के जीतने के दावे पर अपनी राय रखी है. आइए जानते हैं उनका क्या अनुमान है. 

Prashant Kishor And Yogendra Yadav

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Lok Sabha Election 2024:  लोकसभा चुनाव के अंतिम दो चरणों का मतदान बाकी है. अंतिम दो चरणों में यूपी के पूर्वांचल की सीटों पर मतदान होना है. पांच चरण के मतदान के बाद छठवें चरण का 25 मई को होगा. बात उत्तर प्रदेश की करें तो यहां अब तक 53 सीटों पर वोटिंग हो गई है, बाकी 27 सीटों पर बचे दो चरण में मतदान होना है. वहीं छठे चरण की वोटिंग से पहले राजनीति विश्लेषक प्रशांत किशोर, प्रोफेसर और राजनैतिक कार्यकर्ता योगेंद्र यादव ने बीजेपी के उत्तर प्रदेश की सभी 80 सीटों के जीतने के दावे पर अपनी राय रखी है. आइए जानते हैं उनका क्या अनुमान है. 

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यूपी में किस मुद्दे पर बीजेपी को रहा नुकसान

इंडिया टुडे से बात करते हुए योगेंद्र यादव ने उत्तर प्रदेश में चुनावी परिणाम को लेकर अपना अनुमान बताया है. उत्तर प्रदेश में पांच चरणों का मतदान (Lok Sabha Election 2024) हो चुका है और दो चरणों के मतदान होने बाकी है. योगेंद्र यादव ने चुनाव के दौरान अपने किए गए ग्राउंड रिपोर्ट के माध्यम से दो-तीन मुद्दों को सामने रखा. उन्होंने कहा कि, यूपी के सीएम योगी आदित्य नाथ उतने लोकप्रिय नहीं हैं हालाँकि माजवादी पार्टी के सरकार के समय की अराजकता आज भी लोगों के मन में है जिससे बीजेपी को एज मिलता है. वहीं  मुफ्त  के अनाज से बीजेपी को काफी फायदा है. वहीं भाजपा को जिन मुद्दों पर नुकसान हो रहा है उसपर उन्होंने कहा कि, यूपी के लोग अपने सांसदों से बहुत नाराज है. समाज के विभिन्न वर्गों में बीजेपी ने जो अपनी धाक जमाई थी वो भी छिटकती नजर आ रही है. इसके साथ ही चुनाव में बसपा जिस प्रकार शांत है उसका फायदा कांग्रेस और सपा के गठबंधन को मिलता दिख रहा है. 

योगेंद्र यादव का बड़ा दावा

वहीं उत्तर प्रदेश के नतीजों के लेकर वो कहते हैं कि, टचुनाव के नतीजों में देखे तो बीजेपी को पिछली बार जो 13 फीसदी का मार्जिन था वो इस बार 5 फीसदी के आसपास आ सकता है. इस हिसाब से बीजेपी को करीब 50 सीटें मिलने का अनुमान है. यह आंकड़ा 40 भी हो सकता है और 55 भी लेकिन मैं इस बात के लिए दावा कर सकता हूं कि, बीजेपी 62 सीटों तक किसी भी हाल में नहीं पहुंच पाएगी.ट

प्रशांत किशोर ने बताई ये बात 

वहीं प्रशांत किशोर ने इंडिया टुडे से किए गए एक खास बातचीत में बताया कि, 'बीजेपी को 2019 में 303 सीटें मिली थी, लेकिन इस बार भी उन्हें इसके आसपास ही सीट मिलेंगी. वो कह रहे हैं कि बीजेपी को 370 पार और NDA को 400 पार सीटें आएंगी, ऐसा नहीं होने वाला है. उन्हें 270 से कम नहीं और 370 तो बिल्कुल नहीं मिलने वाली.' वहीं उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों पर भाजपा का प्रदर्शन कैसा रहेगा? इस सवाल का जवाब देते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि,  2014 के मुकाबले बिहार और यूपी मिलाकर भाजपा को करीब 25 सीटों का नुकसान 2019 में झेलना पड़ा था. 2019 में बसपा और सपा के साथ लड़ने से भाजपा 73 से घटकर 62 सीटों पर आ गई थी.  तो ऐसे में अगर विपक्ष यह मानकर चलेगा कि इस बार भाजपा को 20 सीटों का नुकसान हो रहा है तो ऐसे में भी विपक्ष भाजपा को बहुत ज्यादा चोट नहीं पहुंचा पाएगा.'

जयराम रमेश याद दिला रहे 2024 के नतीजें 

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने मंगलवार को PTI को दिए गए अपने इंटरव्यू में कहा कि, आगामी जून को लोकसभा चुनाव में विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) को स्पष्ट जनादेश मिलने के साथ ही ‘2004 जैसा क्षण’ देखने को मिलेगा.  इस गठजोड़ के शानदार प्रदर्शन का एक कारण उत्तर प्रदेश में होने वाला बहुत प्रभावशाली बदलाव है. यह 2004 का क्षण है, आप देखेंगे. लोग मुझसे पूछते रहते हैं कि प्रधानमंत्री कौन होगा. मुझे आपको याद दिलाना होगा कि 2004 के चुनाव के नतीजे 13 मई, 2004 को आए थे. 17 मई तक यह स्पष्ट हो गया था कि मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं.  इस बार यह और भी जल्दी हो सकता है. वैसे यह भारत में चुनाव कोई सौंदर्य प्रतियोगिता नहीं है या फिर कोई 'कौन बनेगा पीएम' नहीं है, यह इस बारे में है कि किस गठबंधन को जनादेश मिलेगा.’

कांग्रेस महासचिव ने उत्तर प्रदेश में लोकसभा की 80 सीट होने का उल्लेख करते हुए कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व वाली ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ को प्रयागराज, वाराणसी, प्रतापगढ़, लखनऊ, अमेठी, रायबरेली, अलीगढ़, मुरादाबाद और अमरोहा जैसी जगहों पर जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली थी. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में युवा, महिलाएं, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, ओबीसी यात्रा के समर्थन में सामने आए थे. 
 

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