Ayodhya News : अयोध्या में नाबालिक बच्ची के साथ रेप के आरोपी मोहम्मद मुईद पर कानूनी शिकंजा कसता जा रहा है. रेप के आरोप में मुईद खान को जेल भेजने के बाद अब उसकी कब्जा की गई तमाम संपत्तियों पर बुलडोजर की कार्रवाई हो रही है. लेकिन यह पहली बार है जब मो मुईद खान पर कोई कार्रवाई हुई वरना मुईद का रसूख ऐसा था कि बीते 12 सालों में किसी की सरकार हो या कोई भी जिले का डीएम और एसएसपी रहा हो कोई कार्रवाई की हिम्मत नहीं जुटा पाया.
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20 सालों से था ऐसा रसूख
मोहम्मद मुईद का रसूख कोई एक या दो साल में नहीं खड़ा हुआ. बीते 20 सालो से मुईद समाजवादी पार्टी का वफादार रहा आ रहा है. अयोध्या नगर कोतवाली में जिस भदरसा नगर पंचायत चेयरमैन मोहम्मद राशिद पर पीड़ित परिवार को धमकाने की एफआईआर दर्ज हुई है. मोहम्मद मुईद का राशिद के पिता मोहम्मद अहमद का करीबी हुआ करता था. राशिद भदरसा नगर पंचायत के अध्यक्ष हुआ करता था और मुईद उनका सबसे करीबी. 24 अक्टूबर 2012 को दुर्गा प्रतिमा निकाले जाने के दौरान भदरसा इलाके में जब दंगा भड़का, जुलूस निकाल रहे हिंदुओं पर हमला हुआ, एक व्यक्ति भोला गुप्ता की हत्या कर दी गई. तब तत्कालीन अध्यक्ष मोहम्मद अहमद के साथ-साथ मुईद पर भी दंगा भड़काने और हत्या करने का आरोप लगा था. मुईद को एफआईआर दर्ज होने के बाद जेल भी भेजा गया लेकिन यह उसका रसूख था कि पूराकलंदर थाने के अंतर्गत आने वाली भदरसा चौकी तब भी उसके घर में चल रही थी और जेल जाने के बाद भी चौकी को नहीं हटाया गया.
रेप आरोपी दो बेटियों का है बाप
तत्कालीन अध्यक्ष मोहम्मद अहमद का करीबी होने के चलते ही मुईद 2012 में समाजवादी पार्टी का नगर अध्यक्ष बन गया था और अभी भी सपा का नगर अध्यक्ष है. मुईद ने चेयरमैन मोहम्मद अहमद की सरपरस्ती से ही सरकारी और गरीबों की जमीनों पर कब्जा करना शुरू किया था. बताया जाता है कि मो मुईद ज्यादा पढ़ा लिखा नहीं है शुरुआती दौर में वह मदरसे में जरूर जाया करता था लेकिन किसी स्कूल में पढ़ाई के लिए नहीं गया. उसके कुल 6 बच्चे हैं जिसमें चार बेटे जहीर नदीम नफीस और जावेद हैं और दो बेटियां हैं.
स्थानीय लोगों ने दी ये जानकारी
हालांकि स्थानीय लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि भदरसा चौकी जिस मकान में खुली थी. वह मुईद की नहीं है, उनके किसी करीबी की है. वहीं जिस शॉपिंग कांप्लेक्स में पंजाब नेशनल बैंक खुला है, राजस्व विभाग ने जिसको सरकारी रास्ते पर कब्जा करने के चलते ध्वस्तीकरण के लिए चिन्हित कर दिया है. वह कंपलेक्स भी उसके विदेश में रहने वाले करीबी रिश्तेदार का है.यह अलग बात है रेप का मुकदमा लिखने और जेल जाने के बाद मुईद पर कई दलित परिवारों ने जमीन कब्जाने का शिकायत पत्र दिया है. जिला प्रशासन की टीम मुईद की चिन्हित की हुई संपत्तियों की जांच कर रही है. आशंका है कि मुईद ने अपने विदेश में रहने वाले रिश्तेदारों की कमाई को भी कई सम्पत्ति में लगाया है. कई प्रॉपर्टी उसने अपने और अपने करीबियों के नाम पर खरीदी हैं जिनकी जांच की जा रही है.
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