बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के रामचरितमानस पर दिए गए बयान पर जमकर बवाल हो गया है. इसका चौतरफा विरोध हो रहा है. चंद्रशेखर ने रामचरितमानस को नफरत फैलाने वाला ग्रंथ बताया. वहीं बिहार के शिक्षा मंत्री के रामचरित मानस पर विवादित बयान को लेकर अयोध्या के साधु संतों ने गहरी नाराजगी जताई है. अयोध्या के संतों में खासा आक्रोश है.
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अयोध्या के संत जगतगुरु परमहंस आचार्य ने कहा कि अगर एक हफ्ते में वह (शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर) क्षमा नहीं मांगते हैं तो मैं 10 करोड़ का इनाम दूंगा जो उनकी जीवा काट कर लेकर आएगा, किसी दूसरे के धर्म के विषय में बोल कर देख लें.
जगतगुरु परमहंस आचार्य ने आगे कहा कि अगर दूसरे धर्म के लिए टिप्पणी किए होते तो उनका जीवा नहीं अब तक गर्दन कट गया होता लेकिन अगर वह क्षमा नहीं मांगते हैं तो उनकी जीवा मैं कटवा लूंगा. बिहार के शिक्षा मंत्री के विवादित टिप्पणी से आक्रोशित अयोध्या के संतो ने एकजुट होकर अयोध्या कोतवाली में उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए तहरीर दी है. अयोध्या कोतवाली प्रभारी को दी गई इस तहरीर में चंद्रशेखर के खिलाफ रामचरितमानस को लेकर अपमानजनक टिप्पणी की जाने का जिक्र है और उनके खिलाफ विधि अनुसार मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करने के लिए अनुरोध किया गया है . हालांकि मुकदमा अभी दर्ज नहीं हुआ है.
कोतवाली प्रभारी मनोज शर्मा का कहना है कि इस बारे में उच्च अधिकारियों से परामर्श के बाद कोई कार्रवाई की जाएगी. वहीं बड़े हनुमान मंदिर के महंत छवि रामदास बिहार के शिक्षा मंत्री नाम है चंद्रशेखर उन्होंने अभद्र टिप्पणी किया है. हमारे धार्मिक ग्रंथों पर रामचरितमानस पर अनाप-शनाप बातें कही है.
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की सरकार से मैं निवेदन करना चाहूंगा ऐसे पद पर प्रतिष्ठित व्यक्ति सर्वजन हिताय के भाव से काम करना चाहिए. ऐसे ही प्रतिष्ठित पद पर विराजमान होकर के अभद्र टिप्पणी किया है. उसी के संदर्भ में हम लोगों ने एप्लीकेशन दिया है. अयोध्या थाना कोतवाली में और कड़ी से कड़ी कार्यवाही हो और भूरी भूरी निंदा हो. वहीं परशुराम दास ने कहा कि हम लोगों ने आज अयोध्या थाना कोतवाली में तहरीर दिया है कि जो बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के खिलाफ है. जो उन्होंने रामचरितमानस पर अभद्रता किया है. हमारे ग्रंथों के ऊपर हमारे सनातन संस्कृत के ऊपर अभद्र टिप्पणी जो किया है. मैं बिहार सरकार से नितीश सरकार से मांग करना चाहता हूं पहले तो वह तत्काल शिक्षा मंत्री से इस्तीफा और कड़ी से कड़ी उनको सजा दें. हमारा रामचरितमानस जो दुनिया को जोड़ने वाला ग्रंथ है.
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