अयोध्या. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को अयोध्या में चल रही विभिन्न विकास योजनाओं की समीक्षा की और अधिकारियों को गुणवत्तापूर्ण व समयबद्ध तरीके से काम पूरा करने के निर्देश दिये.
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राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने अयोध्या में जारी लगभग 19 हजार करोड़ रुपये की विकास योजनाओं की समीक्षा की और अयोध्या विजन 2047 के प्रस्तुतिकरण के अवसर पर उपस्थित अधिकारियों को समय एवं गुणवत्ता के साथ पूरा करने के निर्देश दिये.
उन्होंने अयोध्या विजन और अयोध्या के विकास की जिला तथा मण्डल स्तर पर प्रत्येक सप्ताह समीक्षा करने तथा शासन स्तर पर प्रत्येक 15 दिन में समीक्षा करने के निर्देश भी दिये.
आदित्यनाथ ने अयोध्या में राम मंदिर के दर्शन करने आ रहे श्रद्धालुओं के लिए प्रस्तावित तीन पथों से सम्बन्धित विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) को पूरी तरह ‘अव्यावहारिक’ करार देते हुए कहा कि अधिकारियों ने इसमें कोई खास दिलचस्पी नहीं ली. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि इसके लिए विकास प्राधिकरण, लोक निर्माण विभाग तथा सम्बन्धित अन्य अधिकारी जल्द से जल्द बैठक करके सही डीपीआर तैयार करें.
आदित्यनाथ का अपने दूसरे कार्यकाल में शपथ लेने के बाद अयोध्या का यह दूसरा दौरा है. इसके पहले मुख्यमंत्री गत एक अप्रैल को रामनवमी पर मेले की समीक्षा के लिए अयोध्या आये थे वह आज अयोध्या के विकास कार्यो समीक्षा करने पहुंचे थे.
मुख्यमंत्री ने अयोध्या विजन 2047 के तहत 8 कुंडों का कायाकल्प तथा संरक्षण, संचालन और रखरखाव, अयोध्या में चयनित ऐतिहासिक स्थानों पर सतह सुधार, भित्ति चित्र और कलाकृति के माध्यम से पुनरुद्वार एवं संरक्षण कार्य की समीक्षा की.
उन्होंने रामायण सर्किट थीम के अन्तर्गत अयोध्या में विकास कार्य, अन्तरराष्ट्रीय रामकथा संग्रहालय और आर्ट गैलरी तथा अयोध्या जिले में चार समग्र विद्यालयों के निर्माण सहित विभिन्न परियोजनाओं की भी समीक्षा की.
आदित्यनाथ ने सर्किट हाउस में आये हुये अयोध्या के साधु संतों एवं जनप्रतिनिधियों से संक्षिप्त मुलाकात की तथा सभी से अयोध्या के विकास और इसके विजन के विकास को मूर्तरूप देने में सहयोग का आह्वान किया.
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