Dengue In Noida: नोएडा में डेंगू ने अपना डरावना रूप दिखाना शुरू कर दिया है. जिले में डेंगू की वजह से एक महिला डॉक्टर की मौत हो गई है. महिला का इलाज एक प्राइवेट अस्पताल में चल रहा था. नोएडा में डेंगू से किसी मौत की यह पहली सरकारी पुष्टि है. जानकारी के मुताबिक कुछ दिन पहले सेक्टर 122 में रहने वाली 28 वर्षीय होमियोपैथी की डॉक्टर अक्षिता सिंह को तेज बुखार के चलते परिजनों ने 2 सितंबर को अस्पताल में भर्ती कराया था. डेंगू की संभावना के चलते रक्त के नमूने की जांच की गई थी, जिसमें डेंगू की पुष्टि हुई थी.
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डॉक्टर का इलाज निजी अस्पताल में चल रहा था.आखिरकार डेंगू से लड़ते हुए 3 सितंबर को महिला डॉक्टर की मौत हो गई. गौतमबुद्ध नगर के सीएमओ की मानें, तो डॉक्टर अक्षिता को परिजनों ने 2 सितंबर को कैलाश अस्पताल में भर्ती करवाया था और 3 सितंबर को उनकी मौत हो गई.
अब तक कितने लोगों में हुई डेंगू की पुष्टि?
पता है चला है कि कॉज ऑफ डेथ डेंगू और मल्टी ऑर्गन फेलियर है. सीएमओ के मुताबिक अभी तक जिले में डेंगू के 400 से ज्यादा मरीजों की पुष्टि हो चुकी है, और फिलहाल 150 के आसपास एक्टिव मरीज हैं. सीएमओ ने डेंगू से बचाव के लिए आसपास सफाई रखने और मच्छर नहीं पनपने देने का ख्याल रखने की अपील की है. वहीं सीएमओ ने जानकारी दी कि अभी तक जिले में स्वास्थ्य विभाग द्वारा लापरवाही करने पर 100 से ज्यादा लोगों को नोटिस दिया जा चुका है. डेंगू का लार्वा पाए जाने पर अलग-अलग संस्थाओं पर 35 हजार से ज्यादा का जुर्माना भी लगाया गया है.
बता दें कि नोएडा में सबसे ज्यादा डेंगू के मामले ग्रेटर नोएडा वेस्ट की हाईराइज हाउसिंग सोसायटी से आ रहे हैं. ग्रेटर नोएडा वेस्ट के साथ नोएडा के ग्रामीण इलाकों में भी डेंगू अपना प्रकोप दिखा रहा है, दरअसल हाउसिंग सोसायटी के स्विमिंग पूल की सफाई न होने और सोसायटी में निर्माण कार्य होने के कारण मलबे में पानी जमा होने और मच्छर पैदा होने से डेंगू के मामले में बढ़ोतरी देखी जा रही है. सोसायटी के बेसमेंट में जल-जमाव की वजह से भी डेंगू लार्वा पनपते हैं. फिलहाल प्राधिकरण के साथ स्वास्थ्य विभाग ऐसी सोसाइटी पर भी जुर्माने की कार्रवाई कर रहा है.
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