Shrikant Tyagi Case: नोएडा में आज महापंचायत करेगा त्यागी समाज, जानें सभी बड़ी बातें

यूपी तक

• 02:37 AM • 21 Aug 2022

नोएडा के सेक्टर 93-बी स्थित सोसायटी में एक महिला से पांच अगस्त को बदसलूकी करने के मामले में गिरफ्तार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कथित…

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नोएडा के सेक्टर 93-बी स्थित सोसायटी में एक महिला से पांच अगस्त को बदसलूकी करने के मामले में गिरफ्तार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कथित नेता श्रीकांत त्यागी के मामले में गौतम बुद्ध नगर के सांसद डॉ महेश शर्मा के खिलाफ त्यागी समाज 21 अगस्त को नोएडा में महापंचायत करने वाला है.

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आज यानी रविवार को नोएडा में होने वाली महापंचायत में पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली, बिहार तथा मध्य प्रदेश से लोगों के आने की संभावना है.

‘गौतम बुद्ध नगर त्यागी सभा’ के जिला अध्यक्ष देवेंद्र त्यागी ने कहा, ‘‘श्रीकांत मामले में पुलिस ने दबाव में आकर एकतरफा कार्रवाई की है. इससे समाज के लोग आहत हैं. महापंचायत में कई राज्यों से त्यागी समाज के लोग एकत्रित होकर इस मामले में उच्च स्तरीय जांच एवं सभी लोगों पर दर्ज मामले वापस लेने की मांग करेंगे.’’

त्यागी सभा के महासचिव मुनेश त्यागी ने आरोप लगाया कि श्रीकांत की पत्नी को पुलिस ने थाने में बुलाकर प्रताड़ित किया. इसके खिलाफ त्यागी समाज महापंचायत में एकजुट होगा.

वहीं, संयुक्त पुलिस आयुक्त लव कुमार ने बताया कि महापंचायत को लेकर पुलिस अलर्ट पर है.

दूसरी तरफ, महापंचायत को लेकर संपर्क किए जाने पर सांसद महेश शर्मा ने शनिवार को कहा, ‘‘मेरा त्यागी समाज से किसी तरह का कोई द्वेष नहीं है. हम एक परिवार की तरह हैं. सेक्टर 93-बी स्थित सोसाइटी में महिला से अभद्रता के बाद मैंने इस घटना के आरोपी श्रीकांत त्यागी की गिरफ्तारी की मांग एक जनप्रतिनिधि के रूप में की थी.’’

उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘पिछले दिनों उत्तर प्रदेश भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष का पद खाली हुआ, जिसमें मेरे नाम पर विचार चल रहा था. राजनीतिक षड्यंत्र के तहत कुछ लोगों का मकसद मुझे विवादों में लाना था, ताकि प्रदेश स्तर पर कोई जिम्मेदारी मुझे नहीं मिल पाए.’’

सांसद ने कहा कि सोसाइटी में हंगामे की सूचना पर पार्टी के आला नेताओं ने फोन करके उन्हें तत्काल मौके पर जाने के लिए कहा था. स्थानीय लोगों ने पहले ही छह लोगों को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया था.

महेश शर्मा के मुताबिक, “त्यागी समाज का इस पूरे प्रकरण से कोई लेना-देना नहीं था. यह मुद्दा केवल श्रीकांत तक सीमित था. ना तो मैंने श्रीकांत पर गैंगस्टर कानून लगाने के लिए कहा और ना ही सोसाइटी में घुसने वाले युवकों को गिरफ्तार कराया था. दोनों काम पुलिस ने किए हैं. इस पूरे मामले में मैंने एक जनप्रतिनिधि के रूप में ही कार्रवाई की थी. मैंने पूरी बात भाजपा के वरिष्ठ नेताओं तक पहुंचाई है.’’

((भाषा के इनपुट्स के साथ)

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