Kanpur crime news: कानपुर में एक हत्याकांड ने रिश्तों की मर्यादा को तार-तार कर दिया है. एक प्रेम प्रसंग में पत्नी ने देवर के साथ मिलकर अपने पति की ही हत्या कर दी है. इस केस में कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं. पुलिस के अनुसार, खरेसा गांव के दिनेश अवस्थी की हत्या में उसकी पत्नी पूनम उर्फ गुड़िया और उसका छोटा भाई मनोज अवस्थी आरोपी पाए गए हैं. हत्याकांड के आरोप में पकड़े गए मनोज अवस्थी से जब पत्रकारों ने सवाल किए तो वो अब भी अपनी भाभी को बचाता नजर आ रहा है. वह कह रहा है कि उसकी भाभी पर प्रेत बाधा थी, जिसे लेकर वो बागेश्वर धाम गया था.
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आइए आपको इस मर्डर मिस्ट्री की पूरी कहानी बताते हैं.
क्या है पूरा मामला?
सीतापुर के निवासी दिनेश अवस्थी, जो कानपुर के खरेसा गांव में रहते थे, की शादी लगभग दो साल पहले पूनम से हुई थी. दिनेश अपने ट्रक चलाने का काम करते थे और अक्सर बाहर रहते थे. उनकी गैरमौजूदगी में पूनम का अपने देवर मनोज से प्रेम संबंध शुरू हो गया, लेकिन 23 अप्रैल 2024 की रात को जब दिनेश अचानक घर वापस आ गए, तो उन्होंने अपनी पत्नी और भाई को आपत्तिजनक अवस्था में देख लिया. गुस्से में दिनेश ने पूनम को मारना शुरू कर दिया. इसके बाद, पूनम और मनोज ने मिलकर दिनेश पर हमला किया और बुरी तरह पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी.
शव को तालाब में फेंकने की कोशिश
दिनेश की हत्या के बाद, पूनम और मनोज ने रात के अंधेरे में उसकी लाश को तालाब में फेंक दिया. लेकिन अगले दिन सुबह बोरी में रखा शव तालाब में तैरने लगा. मनोज ने फिर एक डंडा लेकर शव को पानी में दबाने की कोशिश की, लेकिन एक ग्रामीण ने उसे देख लिया और बात पूरे गांव में फैल गई. इसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर तालाब से शव बाहर निकाला.
पुलिस की कार्रवाई और दोनों की गिरफ्तारी
हत्या के बाद पूनम और मनोज तुरंत फरार हो गए और अपने मोबाइल फोन स्विच ऑफ कर दिए. पुलिस ने बिधनू थाने में दिनेश के तीसरे भाई की शिकायत पर मामला दर्ज किया. जांच के दौरान, पूनम ने कानपुर में अपने किसी जानकार को फोन किया, जिससे पुलिस ने दोनों को ट्रेस किया. पुलिस ने पता लगाया कि दोनों मध्य प्रदेश के बागेश्वर धाम में छिपे हुए थे. 6 महीने की लंबी खोज के बाद, दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया.
पुलिस पूछताछ में क्या बोला दिनेश का भाई मनोज?
पुलिस ने जब दिनेश से पूछताछ की तो वह अपनी भाभी को बचाता नजर आया. उसने दावा किया कि 'पूनम ने किसी को नहीं मारा. पता नहीं पुलिस क्यों लेकर आई है, वो भाभी हैं मेरी. मैंने मारा है भाई को. पहले भाई ने मुझे बांका से मारा. फिर मैंने डंडे से मारा. इस केस को चार-पांच महीने हो गए. फिर हम बागेश्वर धाम भाग गए थे. भाभी को प्रेत बाधा है, इसलिए वहां लेकर गए थे. जबसे मुझे 11 हजार का करेंट लगा है, तबसे मेरा दिमाग काम नहीं करता है.'
पूनम ने कबूल किया अपराध
पुलिस के सामने पूनम ने अपना जुर्म कबूल कर लिया. उसने बताया कि उसका मनोज के साथ प्रेम संबंध था और जब इस बात का पता दिनेश को चला तो उसने दोनों को मारने की धमकी दी. इस डर से उसने मनोज के साथ मिलकर अपने पति की हत्या कर दी. पुलिस की जांच में यह भी सामने आया कि मनोज पर पहले से ही दो आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें एक 1997 और दूसरा 2011 का मामला है. यह दिनेश की हत्या से जुड़ा उसका तीसरा आपराधिक केस है. पुलिस ने दोनों पर 25-25 हजार रुपये का इनाम भी रखा था. इस जघन्य हत्या कांड ने न केवल रिश्तों की मर्यादा को शर्मसार किया है, बल्कि यह भी दिखाया कि कैसे एक प्रेम प्रसंग ने तीन जिंदगियां बर्बाद कर दीं.
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