Kanpur News: आईआईटी कानपुर के मंच पर हुई प्रोफेसर की मौत ने सभी को हिला कर रख दिया है. आईआईटी कानपुर के सीनियर प्रोफेसर समीर खांडेकर आईआईटी कानपुर के पूर्व छात्रों को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान अचानक उन्हें हार्ट अटैक आ गया और उनकी मौत हो गई.
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जिस समय प्रोफेसर समीर खांडेकर को हार्ट अटैक आया, उस दौरान वह छात्रों से सेहत के बारे में ही बात कर रहे थे. प्रोफेसर के आखिरी शब्द थे, ‘अपनी सेहत का ध्यान रखो’. इसके बाद अचानक उन्हें पसीने आने लगे और वह मंच पर ही नीचे गिर गए. पलभर में प्रोफेसर समीर खांडेकर की मौत हो गई. बता दें कि अपने प्रोफेसर की यूं अचानक मौत से छात्र और आईआईटी कानपुर बुरी तरह से हिल गए हैं.
कौन थे IIT कानपुर के प्रोफेसर समीर खांडेकर?
बता दें कि प्रोफेसर समीर खांडेकर आईआईटी कानपुर के स्टूडेंट वेलफेयर के डीन के पद पर तैनात थे. प्रोफेसर अपने क्षेत्र के जाने-माने नाम थे. बता दें कि प्रोफेसर समीर खांडेकर की उम्र 55 साल थी. उनका जन्म मध्य प्रदेश के जबलपुर में हुआ था.
समीर खांडेकर ने आईआईटी कानपुर से ही इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी. अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद वह जर्मनी चले गए थे, जहां उन्होंने अपनी पीएचडी की पढ़ाई की. पीएचडी की पढ़ाई पूरी करने के बाद प्रोफेसर समीर खांडेकर कुछ समय तक विदेश में ही रहे. मगर फिर साल 2004 में उन्होंने आईआईटी कानपुर में ही नौकरी हासिल कर ली.
आईआईटी कानपुर में उन्होंने अपनी काबिलियत के दम पर एचओडी की कुर्सी हासिल की. कुछ ही समय में उन्होंने अपनी काबिलियत के दम पर अपनी अलग पहचान बना ली. इसके बाद वह जल्द ही स्टूडेंट वेलफेयर के डीन भी बना दिए गए. बता दें कि प्रोफेसर समीर खांडेकर के नाम 8 पेटेंट भी हैं. बता दें कि समीर खांडेकर ने मात्र 55 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया.
बेटा कैंब्रिज में करता है पढ़ाई
बता दें कि प्रोफेसर समीर खांडेकर के परिवार में मां-पिता, पत्नी और एक बेटा है. प्रोफेसर का बेटा कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करता है. फिलहाल उनका शव आईआईटी कानपुर के हेल्थ सेंटर में रखा हुआ है. बेटे के आने के बाद अंतिम संस्कार किया जाएगा.
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