BSP नेता और माफिया अनुपम दुबे की डेढ़ अरब से अधिक की संपत्ति कुर्क, जानिए इसकी पूरी हिस्ट्री

फिरोज खान

12 Feb 2024 (अपडेटेड: 12 Feb 2024, 01:31 PM)

बता दें कि बसपा नेता और माफिया अनुपम दुबे के खिलाफ 50 से अधिक केस दर्ज हैं. फिलहाल अनुपम दुबे पुलिस अधिकारी की हत्या के केस में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है और मथुरा जेल में बंद है.

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Farrukhabad News: योगी सरकार में माफियाओं के बुरे दिन चल रहे हैं. फर्रुखाबाद पुलिस ने उत्तर प्रदेश के एक और बड़े माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है. पुलिस ने माफिया अनुपम दुबे और उसके परिजनों की करीब 46 करोड़ से अधिक की संपत्ति को कुर्क कर दिया है. पुलिस ने कुर्की की ये कार्रवाई गैंगस्टर एक्ट के तहत की है.

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बता दें कि माफिया और बहुजन समाज पार्टी का नेता अनुपम दुबे की अभी तक 1 अरब 58 करोड़ की संपत्ति को कुर्क किया जा चुका है. इस माफिया के खिलाफ ये कार्रवाई आज भी जारी है. अनुपम दुबे के करोड़ों के आलीशान होटल पर भी प्रशासन ने बुलडोजर कार्रवाई की है. 

बीते दिन जिला प्रशासन व भारी पुलिस बल द्वारा इस माफिया के पैतृक गांव में इसकी आलीशान कोठी और डिग्री कॉलेज को भी जिला प्रशासन द्वारा कुर्क किया जा चुका है. इसी के साथ फतेहगढ़ स्थित इसका एक मकान और 6 दुकानों पर भी कुर्की की कार्रवाई हो चुकी है. जिला प्रशासन द्वारा माफिया अनुपम दुबे की 1 अरब 50 करोड़ से अधिक की संपत्ति कुर्क की जा चुकी है.

कौन है ये माफिया अनुपम दुबे

बता दें कि बसपा नेता और माफिया अनुपम दुबे के खिलाफ 50 से अधिक केस दर्ज हैं. फिलहाल अनुपम दुबे पुलिस अधिकारी की हत्या के केस में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है और मथुरा जेल में बंद है.

बसपा नेता का  भाई अनुराग दुबे भी फरार है. उसके ऊपर भी 50 हजार का इनाम रखा गया है. इस माफिया का एक भाई ब्लॉक प्रमुख है और हरदोई जेल में बंद है. अनुपम दुबे राजनीति में भी काफी सक्रिय रहा है. इसने साल 2017 के विधानसभा चुनाव में बसपा के टिकट पर हरदोई की सवाई सीट पर विधानसभा चुनाव लड़ा था. मगर उसे हार का सामना करना पड़ा. इससे पहले भी इस माफिया ने फर्रुखाबाद शहर की विधान सभा से निर्दलीय चुनाव लड़ा था. मगर उसे फिर हार का सामना करना पड़ा था.

मजिस्ट्रेट ने क्या बताया

इस पूरे मामले पर मजिस्ट्रेट श्रद्धा पांडे ने बताया कि जिलाधिकारी के आदेश के बाद गैंगेस्टर एक्ट के तहत ये कार्रवाई की गई है. कार्रवाई के दौरान फतेहगढ़ स्थित दाल मंडी भवन व मछली टोला स्थित 6 दुकानों को सीज कर लिया गया है.  

मजिस्ट्रेट श्रद्धा पांडे ने आगे बताया कि भवन को एक महिला के सुपुर्द कर दिया गया है. इसका किराया तहसील में जमा होगा. अभी तक एक अरब 58 करोड़ की संपत्ति कुर्क की जा चुकी है.

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