Bahraich News: बहराइच जिले के कैसरगंज थाना क्षेत्र के गोडहिया नंबर चार गांव में बीती 1 जून को सुहागरात की सुबह अपने कमरे में मृत पाए गए नव विवाहित जोड़े प्रताप और पुष्पा की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामने आई है. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत का कारण हार्ट अटैक बताया है, जिसने नई बहस को जन्म दे दिया है. मेडिकल साइंस के लिए भी रिसर्च का विषय बन चुके इस मामले से हर कोई आश्चर्यचकित है कि एक नौजवान विवाहित जोड़ा एक ही रात में एक साथ हार्ट अटैक से कैसे मर सकता है?
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मृतक के परिजन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से अनजान
मृतक के परिजन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से पूरी तरह अंजान बताए जा रहे हैं. उन्हें बस अपने बहू-बेटे की मौत ईश्वरीय माया के अलावा कुछ और नहीं लग रही है. मृतक के पिता सुंदर लाल ने रूंधे गले से बात करते हुए कहा कि एक ही रात में उनकी तो पूरी दुनिया ही उजड़ गई. हालांकि उनके तीन बेटे और हैं, लेकिन प्रताप ही उनका घर चलाने वाला सबसे होनहार बेटा था.
मृतक के पिता ने बताई ये बात
उन्होंने बताया कि उस रात देर तक घर में जश्न जैसा माहौल था. घर में भाई बहनों के साथ दूल्हा दुल्हन आंगन में बिखरे गेहूं पर जमकर नाचे थे. उस समय तक किसी को भी इस घटना का अंदाजा नहीं था. मृतक प्रताप की मां जिन्होंने अपने मायके से लंबा घूंघट डालकर विदा होकर आई बहू को खुशी-खुशी पारिवारिक रस्मों के साथ बांह पकड़ कर उसके कमरे में पहुंचाया था. उन्हें उस मनहूस घड़ी को याद करने से भी डर लगता है.
मृतक की मां ने सुनाई ये कहानी
वो बताती हैं कि उन्होंने अपनी पुरानी रिश्तेदारी में ही यह शादी तय की थी और बेटा-बहू भी एक दूसरे को पहले से जानते थे. अपनी शादी से दोनों खुश भी थे. किसी को भी इस शादी से कोई आपत्ति नहीं थी. उस रात देर तक नाच गाना चला. सभी ने देर में खाना खाया. चूंकि उस रात घर में मेहमान अधिक थे इसलिए सुबह के लिए खाने की तैयारी करनी थी. फिर सारा काम निपटाने के बाद वो उस रात सिर्फ एक घंटे तक ही सोईं. बहू-बेटा भी देर में सोने के लिए अपने कमरे में गए. हालांकि थोड़ी देर बाद प्रताप कमरे से बाहर भी आया लेकिन मां की मर्यादा के चलते उन्होंने उससे कोई बात नहीं की. अपने गांव जा रहे मामा को रुकने की बात कह कर प्रताप दोबारा अपने कमरे में सोने चला गया.
सुबह उन्होंने जल्द ही इन दोनों को इसलिए नहीं जगाया कि बेटा शादी की थकान के चलते दो दिन से सोया नहीं था. लेकिन जब अधिक देर हो गई तो उन्होंने कमरे की खिड़की पर पड़े परदे को हटाकर देखा तो दोनों पति पत्नी सो रहे थे. उन्होंने आवाज देकर उन्हें जगाने की कोशिश की, लेकिन जब उनके शरीर में कोई हलचल नहीं हुई तो उन्हें कुछ शक हुआ फिर छोटी बेटी को खिड़की से कूद कर कमरे में भेजा. तब उसने अंदर से बंद उनके कमरे का दरवाजा खोला और जब नजदीक से देखा गया तो सुहाग की सेज पर मुंह के बल लेटी बहू और उसके बगल लेटा बेटा दोनों मरे पड़े थे.
मृतक के कमरे का सूरते हाल
घटना के बाद से पुलिस ने उस कमरे में ताला लगा दिया है. उस कमरे में दरवाजे के अतिरिक्त एक मात्र बिना पल्ले वाली छोटी खिड़की से यूपी तक की टीम ने उस कमरे की तस्वीर कैद करने की कोशिश की. कमरे के भीतर अभी भी दुल्हन का बेड और मायके से मिला सारा दहेज का सामान अब अपने असल वारिस के बिना सूना पड़ा है. एक कोने में विवाह मंडप पर दान में मिले दर्जनों स्टील के बर्तन भी रखे हैं. मृतक प्रताप के उस कमरे में हवा पास होने के लिए एक छोटी खिड़की के सिवा कोई अन्य रास्ता नहीं है और उनके घर में बिजली भी नहीं है. उस रात भी शर्म के मारे मृतक दंपति ने दरवाजे के साथ उसके बगल लगी उस छोटी सी खिड़की को भी पूरी तरह परदे से बंद कर रखा था.
ग्राम प्रधान को हुआ था ये शक
गांव के ग्राम प्रधान पवन यादव ने बताया कि घटना के दिन दोपहर में जब वो पुलिस इंस्पेक्टर के साथ उस बंद कमरे में दाखिल हुए जिसमें विवाह के कुछ दिन पहले ही ताजा पेंट (रंग रोजन) हुआ था, उसमें पेंट की बेइंतहा गंध भरी हुई थी. उस कमरे में इतनी अधिक गर्मी थी कि उसमें कुछ मिनट भी ठहरना मुश्किल था. उस दौरान उन्हें शक हुआ कि कहीं अभी जल्द ही ही पेंट हुए कमरे में जिसमें हवा के आवागमन का कोई अन्य रास्ता नहीं है और पेंट की गंध भरी पड़ी है, तो हो सकता है कि इस गंध के केमिकल रिएक्शन की वजह से इन दोनों की जान चली गई हो. मगर अब पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में हार्ट अटैक से मृत्यु होना पाया गया है, तो अब वो कुछ भी कह पाने की स्थिति में नहीं हैं. हालंकि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मृत्यु हार्ट अटैक से होने की जानकारी के बाद भी उस इलाके अन्य कई तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म है.
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