यूपी के बांदा में गुरुवार सुबह जिला प्रशासन ने पीस कमेटी की बैठक आयोजित की. बैठक में जिला प्रशासन ने आगामी त्योहारों को सकुशल संपन्न कराने और स्वेच्छा से लाउडस्पीकर हटाने की अपील की. इसके बाद धार्मिक स्थलों से महज कुछ ही घंटों में लाउडस्पीकर उतरना शुरू हो गए. बता दें कि नरैनी तहसील के कस्बे में जामा मस्जिद और बसीर भवन से लाउडस्पीकर हटा लिया गया है.
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आपको बता दें न्यायालय और शासन के निर्देश के बाद 28 अप्रैल से जिला प्रशासन अलर्ट हो गया. पीस कमेटी की बैठक आयोजित कर सभी धर्मों के गुरुओं से जिला प्रशासन ने संवाद किया, उनकी परेशानियां सुन निस्तारण के निर्देश दिए गए. साथ ही साथ प्रशासन की ओर से लाउडस्पीकर की आवाज को कम करने या ऊपरी छोर में लगे होने पर स्वेच्छा से हटाने की अपील भी की गई. इस पर सभी धर्म के गुरुओं ने प्रशासन को सहयोग करने की सहमति भी दी.
गुरुवार को बैठक के कुछ घंटों बाद ही धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटने शुरू हो गए. नरैनी कस्बे की जामा मस्जिद और बसीर भवन की ऊपरी छोर पर लगे लाउडस्पीकर हटा लिए गए.
बता दें कि डीएम अनुराग पटेल ने इस फैसले का स्वागत करते हुए आगामी त्योहारों की बधाई और उन्हें आपसी भाईचारे से मनाने की अपील भी की है. डीएम ने कहा, “बांदा जिला गंगा-जमुनी तहजीब के लिए प्रसिद्ध है.”
UP में धार्मिक स्थलों से हटाए गए करीब 22 हजार अनाधिकृत लाउडस्पीकर, 42000 की आवाज की गई कम
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