संभल में आगजनी और पत्थरबाजी में घायल हुए एसपी, पुलिस की कड़ी सुरक्षा में बाहर आई सर्वे टीम

अभिनव माथुर

24 Nov 2024 (अपडेटेड: 24 Nov 2024, 12:41 PM)

Sambhal Jama Masjid Survey Controversy :  यूपी के संभल में जामा मस्जिद में सर्वे के लिए टीम के पहुंचने पर गुस्साए स्थानीय लोगों ने पुलिस पर पथराव कर दिया जिससे वहां तनाव फैल गया है.

sambhal Jama Masjid Survey Controversy

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Sambhal Jama Masjid Survey Controversy :  यूपी के संभल में जामा मस्जिद में सर्वे के लिए टीम के पहुंचने पर गुस्साए स्थानीय लोगों ने पुलिस पर पथराव कर दिया जिससे वहां तनाव फैल गया है. मस्जिद का सर्वेक्षण करने जब सर्वे टीम पहुंची तो हिंसा भड़क उठी, रविवार को वहां मौजूद भीड़ ने पहले तो विरोध किया और फिर पत्थरबाजी करने लगे. हालात को बेकाबू होता देख, भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया.  वहीं करीब ढाई घंटे तक मस्जिद के अंदर सर्वे करने के बाद पुलिस ने भारी सुरक्षा में दूसरे रास्ते से सर्वे टीम को वहां से बाहर निकाला.

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घायल हुए एसपी 

संभल जामा मस्जिद में रविवार सुबह सर्वे के दौरान बवाल इतना बढ़ गया कि पुलिस ने पहले आंसू गैस के गोले दागे फिर लाठीचार्ज करके भीड़ को खदेड़ा. हालात 3 घंटे से बेकाबू है.  गलियों में जगह-जगह पथराव हुए और     उग्र भीड़ ने कई गाड़ियों में आग लगा दी. वहीं पथराव में  संभल के एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई भी घायल हो गए हैं. एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई के अलावा कोतवाली प्रभारी अनुज तोमर सहित कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं. 

मस्जिद का हो रहा सर्वे

बता दें कि उत्तर प्रदेश के संभल जिले की शाही जामा मस्जिद को हिंदू पक्ष द्वारा अदालत में हरिहर मंदिर बताये जाने के बाद कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई करते हुए मस्जिद के सर्वे के आदेश दिए थे. पहले 19 नवंबर को रात में मस्जिद का सर्वे किया गया, और अब 24 नवंबर (रविवार) को एक बार फिर सर्वे टीम मस्जिद में पहुंच गई है. इस दौरान भारी पुलिस बल तैनात किया गया. वहीं  तनाव फैलने के बाद मौके पर मुरादाबाद के डीआईजी मुनिराज के साथ-साथ बरेली जोन के एडीजी रमित शर्मा को भी वहां भेजा गया है. इसके अलावा पीएसी की तीन कंपनियों की भी पूरे इलाके में तैनाती कर दी गई है. 

वहीं पत्थर बाजी को लेकर डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा कि मौके पर हालात पूरी तरह से काबू में हैं. जिन लोगों ने पत्थरबाजी की है उनको चिन्हित करके कार्रवाई की जाएगी. ता दें कि मुगलकालीन इस मस्जिद के एक प्राचीन हिंदू मंदिर स्थल होने के दावे के बाद कोर्ट के आदेश पर दूसरी बार वरिष्ठ वकील विष्णु शंकर जैन की अगुवाई में टीम सर्वे करने के लिए जामा मस्जिद के अंदर गई थी. 

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