UP News: बांदा में रहने वाली एक युवती का निकाह साल 2008 में अलीगढ़ में रहने वाले एक युवक के साथ हुआ. युवती खुशी-खुशी अपने ससुराल गई और अपनी नई जिंदगी शुरू की. मगर उसे उस दौरान इस बात का बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था कि जिसके साथ उसने निकाह किया है, वह उसकी जिंदगी को बर्बाद करके रख देगा.
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बांदा की इस मुस्लिम महिला की कहानी काफी दर्दनाक है. इस महिला की आपबीती में ससुराल वालों का उत्पीड़न भी है तो वहीं समाज में अभी भी बेटा-बेटी में कितना फर्क किया जाता है, उसका अंश भी है. तो वहीं 3 तलाक का दर्द भी है.
बेटा नहीं होने पर प्रताड़ित करता था पति और शौहर
पीड़ित महिला का कहना है कि अब उसके पति ने उसे तीन तलाक दे दिया है और उसे और उसके बच्चों को घर से भी निकाल दिया है. पीड़िता का कहना है कि निकाह के बाद उसने 3 बार बेटियों को ही जन्म दिया. बेटियों के जन्म से पति और ससुराल वाले खुश नहीं थे. जब-जब वह बेटी को जन्म देती, उसके साथ मारपीट की जाती और ससुराल वाले इसको लेकर उसे प्रताड़ित करते.
जबरन करवाया अल्ट्रासाउंड और फिर...
पीड़िता का कहना है कि लड़के की चाहत में वह एक बार फिर प्रेग्नेंट हुई. मगर इस बार पति ने जबरन उसका अल्ट्रासाउंड करवा दिया. जांच में आया कि उसके अंदर फिर बेटी पल रही है.वह बेटी को जन्म देना चाहती थी. मगर पति और ससुराल वालों ने उसे जबरन अबॉर्शन की दवा खिलाई, जिसके बाद उसने 7 माह की मृत बेटी को जन्म दिया.
पीड़िता का आरोप है कि उससे ससुराल वालों ने उसका जबरन ऑपरेशन भी करवा दिया, जिससे वह फिर कभी प्रेग्नेंट ना हो पाए और बेटियों को जन्म नहीं दे पाए. इसके बाद पति ने तीन बार तलाक-तलाक-तलाक बोलकर उसे और उसकी बेटियों को घर से जबरन निकाल दिया. अब इस मामले में पीड़िता ने पुलिस में पति और ससुराल वालों के खिलाफ केस दर्ज करवाया है.
पुलिस ने लिया एक्शन
बता दें कि इस मामले पर पुलिस ने पति समेत 4 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज करवाया है. पुलिस द्वारा मामले में कार्रवाई की जा रही है.
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