अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद एक कथित सुसाइड नोट सामने आया है, जिसका जिक्र प्रयागराज पुलिस भी कर चुकी है. इस कथित सुसाइड नोट में लिखा है,
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”मैं महंत नरेंद्र गिरि वैसे तो 13 सितंबर 2021 को आत्महत्या करने जा रहा था, लेकिन हिम्मत नहीं कर पाया. आज जब हरिद्वार से सूचना मिली कि एक दो दिन में आनंद गिरि कम्प्यूटर से, मोबाइल से किसी लड़की या महिला के (साथ) गलत काम करते हुए मेरी फोटो लगाकर फोटो वायरल कर देगा, मैंने सोचा कहां तक सफाई दूंगा, एक बार तो बदनाम हो जाऊंगा. मैं जिस पद पर हूं वो गरिमा वाला पद है. सच्चाई (का) तो लोगों को बाद में (पता) चल जाएगा, लेकिन मैं तो बदनाम हो जाऊंगा, इसलिए मैं आत्महत्या करने जा रहा हूं. जिसकी जिम्मेदारी आनंद गिरि, आद्या प्रसाद तिवारी एवं उनके लड़के संदीप तिवारी की होगी.”
बता दें कि नरेंद्र गिरि 20 सितंबर को प्रयागराज स्थित अपने बाघंबरी गद्दी मठ में मृत मिले थे. इस मामले पर यूपी के एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने 21 सितंबर को बताया, ”(नरेंद्र गिरि के शिष्य) आनंद गिरि के खिलाफ आईपीसी की धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना) के तहत मामला दर्ज किया गया है, जिनका नाम महंत नरेंद्र गिरि की मौत के मामले में सुसाइड नोट में भी है. जांच की जा रही है. आनंद गिरि को कल पुलिस हिरासत में लिया गया था.” इस मामले की जांच के लिए प्रयागराज पुलिस ने एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है.
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