उत्तर प्रदेश के प्रयागराज समेत कई जिलों में पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ बीजेपी की निलंबित नेता नुपुर शर्मा की कथित आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद लोगों ने नारेबाजी और पथराव किया. वहीं, प्रयागराज के एसएसपी अजय कुमार ने शनिवार को बताया कि थाना खुल्दाबाद में 29 गंभीर धाराओं में 70 नामजद और 5000 अज्ञात पर मुकदमा दर्ज किया गया है. एसएसपी के अनुसार, प्रयागराज में अब तक 68 दंगाइयों को हिरासत में लिया जा चुका है.
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मीडिया से बातचीत में एसएसपी ने कहा,
“पूछताछ के आधार पर जावेद अहमद उर्फ जावेद पंप को हिरासत में लिए गया है. इसके द्वारा भारत बंद और अटाला पहुंचने का आह्वाहन किया गया था. पूछताछ में इसने बताया कि इसकी एक बेटी है जो जेएनयू में पढ़ती है, उसके द्वारा भी इसे राय मश्वरा दी गई थी. पुलिस इस पहलू पर जांच कर रही है कि क्या राय मश्वरा दी गई थी.”
अजय कुमार
‘क्या जावेद की लड़की के साथ पूछताछ की जाएगी?’ इस सवाल के जवाब में एसएसपी ने कहा, “अगर ठोस सबूत मिलता है, तो गिरफ्तार करने में रत्ती भर गुरेज नहीं किया जाएगा. तत्काल गिरफ्तारी के लिए टीमें दिल्ली जाएंगी.”
एसएसपी ने बताया, “धर्मगुरुओं, इमाम और तमाम अन्य लोगों से बातचीत की गई थी, लेकिन उसके बावजूद भी हिंसा हुई. आशंका है कि इन्हें कहीं से फंडिंग दी जा रही है. अभी तक सीधे तौर पर किसी भी राजनीतिक शख्स का नाम सामने नहीं आया है. एआईएमआईएम के कुछ लोगों का नाम सामने आया है, जिन पर जांच चल रही है.” उन्होंने बताया, “अतीक अहमद के कई करीबी यहां रहे हैं, आईएस 227 गैंग रजिस्टर्ड है, लेकिन अभी तक किसी का सीधे तौर पर लिंक नहीं मिला है. तफ्तीश जारी है. अगर लिंक मिलेगा तो कोई बख्शा नहीं जाएगा.”
इसके अलावा एसएसपी ने बताया, “प्रयागराज में बड़े पैमाने पर साजिश रची गई, ऐसा शुरूआती छानबीन से पता चला है. और जो तीन-चार नामों की चर्चा है, पुलिस उनके बारे में पड़ताल कर रही है. दोष मिलने पर उनको भी गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई की जाएगी.”
एसएसपी ने आगे बताया, “आरोपियों के अवैध निर्माणों पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जाएगी. गैंगस्टर एक्ट लगाकर, इनकी काली कमाई की सम्पत्तियों का जब्तीकरण किया जाएगा. किसी भी एंगल से इनको छोड़ा नहीं जाएगा.”
एसएसपी अजय कुमार के मुताबिक, “इतना समझाने, रिक्वेस्ट करने और मीटिंग करने के बावजूद ऐसी हरकत हुई, जिसकी आम जनता निंदा कर रही है. पुलिस प्रशासन पर ईंट-पत्थर फेंके गए हैं, तो ऐसे लोगों को कतई माफ नहीं किया जाएगा. इनको ये सबक दिलाया जाएगा कि कानून को हाथ में लेने का क्या परिणाम होता है.”
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