UP Nagar Nikay Chunav 2023: माफिया डॉन अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के बाद ये पहला चुनाव है. प्रयागराज के चकिया इलाके को अतीक का गढ़ माना जाता है. अतीक खुद भी 5 बार विधायक और 1 बार सांसद रहा था. इसी बीच आज यानी 4 मई को जब प्रयागराज में नगर निकाय चुनाव की वोटिंग हो रही है, तो ऐसे में अतीक का गढ़ रहे चकिया, कसारी-मसानी क्षेत्र में क्या माहौल है? लोग क्या सोच कर वोट कर रहे हैं? क्या अतीक-अशरफ की हत्या और असद का एनकाउंटर वहां सियासी मुद्दा बन गया है? इन्हीं सवालों का उत्तर जानने के लिए यूपीतक की टीम अतीक के वार्ड में गई और लोगों से बात की.
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बता दें कि प्रयागराज में कुल 100 वार्ड हैं. मगर सबसे ज्यादा गर्म माहौल वार्ड नंबर-44 में है. वार्ड नंबर-44 में दो बूथ ऐसे हैं, जिनका संबंध माफिया अतीक अहमद से रहा है. दरअसल इनमें से एक बूथ अतीक के घर के सामने हैं तो वहीं दूसरा बूथ अतीक के घर से 500 मीटर दूरी पर श्याम लाल इंटर कॉलेज में हैं. बता दें कि इन बूथ पर सुबह से ही बुर्का पहने महिलाएं वोट डालने आ रही हैं.
तो किस आधार पर अतीक के वार्ड और बूथ वाले डाल रहे वोट
कहा जाता था कि एक समय था जब अतीक के करीबी को ही यहां के लोग वोट डाला करते थे. जिसे अतीक कह देता वहीं चुनाव जीत जाता. मगर आज जब अतीक का काला साम्राज्य मिट्टी में मिल चुका है, तो आखिर यहां के लोग किस आधार पर नगर निकाय चुनाव में वोट डाल रहे हैं?
यूपीतक की टीम ने जब अतीक के घर के सामने वाले बूथ पर जाकर लोगों से बात की तो ज्यादातर महिलाओं और पुरुषों ने यही कहा कि उन्होंने विकास को आधार मानते हुए वोट किया है. लोगों का कहना था कि उन्होंने रोजमर्रा की समस्याओं के आधार पर अपने-अपने प्रत्याशी के पक्ष में मतदान किया है. इस दौरान कुछ लोग ऐसे भी मिले जिन्होंने महंगाई को आधार बनाकर भी मतदान किया तो वहीं कुछ लोग ऐसे भी मिले जिन्होंने पिछली बार के उम्मीदवार को ही वोट दिया.
अतीक के बेटे के नाम से जारी पोस्टर में की गई थी ये अपील
मालूम हो कि पिछले दिनों जेल में बंद अतीक के बेटे के नाम से एक कथित पोस्टर सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. इसमें लोगों से समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ वोट करने की अपील की थी. फिलहाल वहां के लोगों के मन में क्या चल रहा है, इसका पता तो चुनाव परिणाम सामने आने के बाद ही लगेगा.
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