Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ चिल्ड्रन हायर सेकेंडरी गर्ल्स कॉलेज में 11वीं क्लास की छात्रा श्रेया तिवारी (Azamgarh School Girl Case) की मौत का मामला लगातार गरमाता जा रहा है. वहीं मामले में स्कूल के प्रिंसिपल और क्लास टीचर को जमानत मिल गई है. अदालत का आदेश जिला जेल पहुंचने के बाद दोनों आरोपियों को गुरुवार को छोड़ दिया गया. वहीं स्कूल के प्रिंसिपल और क्लास टीचर के जमानत का विरोध करते हुए मृतक के परिजन व समर्थक शनिवार को सड़कों पर उतर आए हैं. विरोध प्रदर्शन करते हुए उन्होंने मुख्यमंत्री और राज्यपाल को ज्ञापन भी सोपे हैं.
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छात्रा की मां ने कही ये बात
डीएम से मुलाकात के बाद लड़की के मां ने कहा कि उनकी बेटी के साथ गलत हुआ है. लड़की की मां ने साफ तौर पर कहा कि, ‘मेरी बेटी आत्महत्या नहीं कर सकती. वह IPS अधिकारी बनान चाहती थी पर अधिकारी बनने से पहले ही उसे खत्म कर दिया गया. अब स्कूल प्रबंधन इस मामले में पुलिस के साथ मिलकर लीपापोती की कोशिश कर रही है.’ उन्होंने पुलिस की ओर से चल रही जांच पर भी सवाल उठाए. उन्होंने पुलिस की ओर से एफआईआर दर्ज किए जाने से लेकर पूछताछ के दौरान बयान लिए जाने तक स्कूल को बचाने की कोशिश का भी आरोप लगाया.
वहीं मृतक छात्रा के पिता ने कहा कि, ‘हमारी मांग है जो भी जांच हो रही थी हमारे आजमगढ़ प्रशासन द्वारा उसे फिर से की जाए. हम यह चाहते हैं कि जो भी सबूत पुलिस ने इकट्ठा किए थे उसी के आधार पर फिर से जांच किए जाए. जिन्हें जमानत मिली है वह फिर से गिरफ्तार हो.’
क्या था मामला
बता दें कि स्कूल में 31 जुलाई को चेकिंग के दौरान 11वीं की छात्रा श्रेया के बैग से एक मोबाइल मिला था. स्कूल में मोबाइल लाने की वजह से छात्रा को काफी डांट-फटकार लगाई गई. कुछ देर बाद छात्रा को प्रिंसिपल के सामने पेश किया जाना था. छात्रा को प्रिंसिपल ऑफिस के बाहर खड़ा करके उसके माता-पिता को बुलाने के लिए कहा गया था. स्कूल की तरफ से छात्रा के परिजनों को फोन कर विद्यालय में बुलाया गया था. उन्हें स्कूल परिसर पहुंचने में कुछ देरी हुई. आरोप है कि इस बीच प्रिंसिपल ऑफिस के बाहर खड़ी छात्रा सीढ़ियों के सहारे स्कूल परिसर के तीसरी मंजिल पर पहुंच गई और वहां से नीचे कूद गई. इसके बाद उसे तुरंत घायल अवस्था में अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया.
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