ताजमहल पर हुआ जैविक हमला, CISF के दो जवान हुए बेहोश? जानें खबर की सच्चाई

अरविंद शर्मा

30 Dec 2023 (अपडेटेड: 05 Jan 2024, 08:01 AM)

शुक्रवार, 29 दिसंबर को ताजमहल में संयुक्त रूप से मॉक ड्रिल की गई. खबर में आगे विस्तार से जानिए इस दौरान यहां क्या-क्या हुआ?

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Agra News: उत्तर प्रदेश के आगरा में ताजमहल पर अचानक ‘जैविक हमला’ हुआ. जैविक हमले होते ही राहत और बचाव के लिए एनडीआरएफ, सीआईएफ, उत्तर प्रदेश पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंच गईं. मौके पर लाव लश्कर ने स्थिति को नियंत्रण में लिया और पर्यटकों को ताजमहल परिसर से बाहर निकाल दिया. यह सब शुक्रवार को हुआ. दरअसल, शुक्रवार को ताजमहल बंद रहता है और इसलिए यहां संयुक्त रूप से मॉक ड्रिल की गई.

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ताजमहल परिसर में सभी सुरक्षा एजेंसियों और स्वास्थ्य विभाग की मॉक ड्रिल करीब 1 घंटे तक चली. पूर्वी गेट पर मॉक ड्रिल हुई थी. मॉक ड्रिल की पटकथा के मुताबिक, आतंकवादी ने एक बैग पूर्वी गेट पर चुपचाप रख दिया. बैग रखने के बाद उसमें से अजीब तरह का धुआं निकलने लगा. बैक से धुआं निकला और चारों तरफ फैलना शुरू हो गया. धुएं से मौजूद पर्यटकों को भारी परेशानी होने लगी. पहले से ड्यूटी पर मौजूद सीआईएसएफ के दो जवान कुछ समझ पाते कि धुएं की चपेट में आकर वह बेहोश हो गए.

पर्यटकों में अफरा तफरी मच गई और सब इधर-उधर भागने लगे. इसके बाद एनडीआरएफ की सीबीआरएसटी (रासायनिक, जैविक, रेडियोलॉजिकल और परमाणु रक्षा) टीम तैयारी के साथ पूर्वी गेट पर आई और मुस्तैद होकर राहत और बचाव कार्य में लग गई. टीम ने सभी से लाउडस्पीकर पर धैर्य रखने के लिए कहा. टीम के सदस्य सबसे पहले बेहोश जमीन पर पड़े सीआईएसएफ के जवानों को स्ट्रचर पर उठाकर एम्बुलेंस तक ले गई और अस्पताल रवाना कर दिया. इसके बाद टीम ने स्थिति को पूरी तरीके से कंट्रोल करने के लिए जरूरी काम किया.

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