Ghazipur News: उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. दरअसल गाजीपुर राजकीय होम्योपैथिक कॉलेज में छात्राओं के साथ ब्लैकमेलिंग की घटना सामने आई है. छात्राओं को ब्लैकमेलिंग करने का आरोप आमिर और मंतशा काजमी नाम के छात्रों पर लगा है. पीड़ित छात्राओं ने बीते 7 अगस्त को कॉलेज प्रशासन को सामूहिक तौर से पत्र देकर मामले की शिकायत की थी.
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छात्राओं ने जिस आमिर नाम के छात्र पर आरोप लगाया है, वह बीएचएमएस सेकंड ईयर का छात्र है. आरोप है कि वह अपनी दोस्त मंतशा काजमी जो बीएचएमएस प्रथम वर्ष की छात्रा है, उसके साथ मिलकर छात्राओं की ब्लैकमेलिंग किया करता था. आरोप है कि ये दोनों प्राइवेट हॉस्टल में रह रही प्रथम वर्ष की छात्राओं की आपत्तिजनक वीडियो और फोटो बनाकर छात्राओं को ब्लैकमेल करते थे.
आमिर और मंतशा काजमी पर गंभीर आरोप
मिली जानकारी के मुताबिक, ये पूरा मामला गाजीपुर के राजकीय होम्योपैथिक कॉलेज से सामने आया है. आरोप है कि प्राइवेट हॉस्टल में रह रही बीएचएमएस प्रथम वर्ष की छात्रा मंतशा काजमी अपने साथ रह रही साथी छात्राओं की आपत्तिजनक फोटो क्लिक करती थी और उनकी आपत्तिजनक वीडियो बना लेती थी.
आरोप है कि फिर मंतशा काजमी अपने सीनियर मो. आमिर को ये सारे फोटो और वीडियो दे देती थी. फिर आमिर उन छात्राओं को ब्लैकमेल किया करता था.
छात्राओं के आरोप पाए गए सही
मिली जानकारी के मुताबिक, पीड़िता छात्राओं ने मामले की शिकायत कॉलेज प्रशासन के साथ-साथ पुलिस प्रशासन से भी की थी. मामले की जांच की गई. जांच में छात्राओं के आरोप सही पाए गए हैं. इसके बाद कॉलेज प्रशासन ने BHMS सेकंड ईयर के छात्र मो. आमिर और BHMS प्रथम वर्ष की छात्रा मंतशा काज़मी को 6 माह के लिए निलंबित कर दिया है.
मिली जानकारी के मुताबिक, आमिर जिला प्रतापगढ़ का रहने वाला है तो वहीं छात्रा मंतशा काजमी सीतापुर की रहने वाली है. फिलहाल कॉलेज प्रशासन की जांच में दोनों के ऊपर आरोप सही पाए गए हैं और दोनों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. कॉलेज के प्रभारी प्रिंसिपल डॉ. बीएन साहनी का कहना है कि जांच में ब्लैकमेलिंग की बात सही पायी गई है. आरोपियों के मोबाइल से सारे वीडियो और फोटो डिलीट करा दिए गए हैं.
पुलिस ने ये कहा
वहीं इस मामले में एसपी गाजीपुर ओमवीर सिंह ने कहा, “इस मामले में शिकायत मिली है. एसपी सिटी को जांच दी गई है. मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है. फिलहाल आरोपी छात्र और छात्रा के मोबाइल में फिलहाल कोई ऐसा फोटो-वीडियो नहीं देखा गया है, संभवतः उन्होंने अपने मोबाइल को फॉर्मेट कर दिया हो. इन सभी बातों की गंभीरता पूर्वक जांच करवाई जा रही है.”
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