UP News: कभी जिस चेहरे पर दबंगई झलकती थी, कभी जिसके एक इशारे पर गुर्गे कुछ भी करने के लिए तैयार रहते थे, कभी जो जेल के अंदर से ही पूरा गैंग चलाकर उत्तर प्रदेश पर अपनी धमक जमाता था. आज उसके चेहरे पर मायूसी और तनाव है. जी हां. हम बात कर रहे हैं मुख्तार अंसारी की. बाहुबली मुख्तार अंसारी को लगातार झटके पर झटके लग रहे हैं. जहां एक तरफ मुख्तार पूरी तरह से कानूनी शिकंजे में फंस चुका है तो वहीं उसके करीबी गुर्गे भी लगातार मारे जा रहे हैं, जिससे उसके चेहरा पर तनाव और मायूसी देखी जा रही है.
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जीवा की मौत से मुख्तार हुआ बेचैन
उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में बंद बाहुबली मुख्तार अंसारी इन दिनों खासा परेशान है. हाल ही में मुख्तार को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है. मुख्तार इसी को लेकर तनाव में था कि उसे जेल के अंदर एक और खबर मिली, जिससे वह बुरी तरह से बेचैन हो गया.
दरअसल मुख्तार के वकीलों ने उससे जेल में मुलाकात की थी. इस दौरान वकीलों ने मुख्तार को संजीव जीवा की हत्या की खबर दी. मिली जानकारी के मुताबिक, संजीव जीवा की मौत की खबर सुनते ही मुख्तार के होश उड़ गए. उसके चेहरे पर मायूसी और तनाव आ गया. अपने करीबी और अपने गैंग के खास गुर्गे की मौत की खबर ने उसके चेहरे का रंग उड़ा दिया.
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सजा के दौरान भी माथा पकड़ बैठा था बाहुबली मुख्तार
बता दें कि हाल ही में मुख्तार अंसारी को अवधेश राय हत्याकांड में उम्रकैद की सजा सुनाई गई है. इस दौरान भी मुख्तार के चेहरे पर काफी तनाव देखने को मिला था. जैसे ही उसे दोषी माना गया मुख्तार अपना माथा पकड़ कर बैठ गया. सजा सुनाए जाने के बाद भी उसका यही हाल हुआ. फिर उसे उसके बैरक में ले जाया गया.
आपको बता दें कि मुख्तार के वफादार सिपाही लगातार मारे जा रहे हैं. पहले मुन्ना बजरंगी की हत्या कर दी गई तो उसके बाद राकेश पांडे की भी मौत हो गई. अब मुख्तार का करीबी और उसका खास शार्प शूटर संजीव जीवा की भी हत्या कर दी गई. ऐसे में अब मुख्तार का बचा-कुचा काला साम्राज्य ढहने की कगार पर पहुंच चुका है.
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तन्हाई में दिन काट रहा मुख्तार
बता दें कि मुख्तार अंसारी इस समय अकेलेपन में दिन काट रहा है. दरअसल कोर्ट के आदेश के बाद उसके बैरक में टीवी लगाया गया था. मगर डीएस-एसपी ने जेल दौरे के दौरान मुख्तार के बैरक से टीवी हटवा दिया. इसलिए इन दिनों मुख्तार बिना टीवी के तन्हाई में दिन काट रहा है.
क्या मुख्तार को लग रहा डर?
माना जा रहा है कि मुख्तार इस समय काफी घबराया हुआ है. उसे जेल में भी अपनी सुरक्षा का डर सता रहा है. दरअसल उसके करीबी सभी 3 अपराधियों की हत्याएं हो चुकी हैं. मुख्तार का राइट और लेफ्ट हाथ, दोनों मारे जा चुके हैं. मुन्ना बजरंगी, मेंराज और अब संजीव जीवा की हत्या ने मुख्तार को सकते में डाल दिया है.
जेल सूत्रों के मुताबिक मुख्तार अंसारी जेल में किसी से बात नहीं करता. वह कभी-कभी सुरक्षा में तैनात जवानों से बात कर लेता है. फिलहाल मुख्तार अंसारी खुद को हर तरफ से फंसा हुआ महसूस कर रहा है.
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