Uttar Pradesh News: प्रयागराज के आलोक और ज्योति मौर्य (SDM Jyoti Maurya Case) का मामला पूरे देश में चर्चा का विषय बन गया है. इस विवाद के बाद ऐसे और भी कई मामले निकल कर सामने आ रहे हैं, जिनमें पतियों ने कर्ज लेकर पत्नी को पढ़ाया, लेकिन नौकरी मिलने के बाद पत्नी ने साथ रहने से मना कर दिया.उत्तर प्रदेश के बस्ती से भी एक ऐसा ही मामला सामने आया है. यहां एक पति ने खेत बेचकर अपनी पत्नी को पढ़ाया. पत्नी की मेडिकल लाइन में 2019 में स्टॉफ नर्स नौकरी भी मिल गई. अब पत्नी ने छोटा कद और काला रंग बताकर पति को छोड़ दिया है.
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खेत बेचकर पत्नी को पढ़ाया
बता दें कि ये मामला बस्ती के कप्तानगंज थाना क्षेत्र का है. पीड़ित अमित कुमार का 2011 में हिन्दू रीति रिवाज से साथ अर्चना से हुआ था. शादी के बाद अर्चना ने पति से पढ़ाने की बात कही. पत्नी सकी बात सुनकर पीड़ित अमित कुमार ने धन के अभाव में आगे शिक्षा दिलाने में असमर्थता जताई. आरोप है कि इस बात से नाराज होकर पत्नी लड़ाई करती और पुलिस को बुलाकर परेशान करती. तब पीड़ित ने पिता से बात कर अपनी जमीन बेची और पत्नी की इच्छानुसार राज नर्सिंग पैरा मेडिकल कालेज गोरखपुर में पैसा देकर स्टाप नर्स की कोर्स में दाखिला करवा दिया.
जहां अमित कुमार की पत्नी हास्टल में रहती थी जब भी पैसे की आवश्यकता होती थी तो पीड़ित रूपया पैसा देने के लिए जाता था. कोर्स पूरा होने के बाद प्रार्थी की पत्नी की पोस्टिंग संयुक्त चिकित्सालय भिगना श्रावस्ती में नियुक्ति हो गयी.
नौकरी मिलते ही बदल गई पत्नी
बता दें कि पढ़ाई के दौरान अर्चना, स्कूल के प्रबन्धक के भांजे धनंजय मिश्रा के साथ करीबी रिश्ते हो गए. अमित ने ऐसा आरोप लगाया है कि, ‘जब उसने अपनी पत्नी को धनंजय मिश्रा से मिलने को मना किया तो दोनों ने मिलकर उसके खिलाफ दहेज उत्पीड़न का केस दर्ज करा दिया. और अब वो मुझे तलाक देना चाहती है.’ अमित ने अपनी पत्नी और धनंजय मिश्रा पर धमकाने और अपनी जान का खतरा भी जताया है. फिलहाल पीड़ित ने पुलिस में तहरीर देकर कार्रवाई करने की मांग की है.
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