सिंदूर-बिंदी लगाने वाली, मत आओ पढ़ने! इंस्टीट्यूट के फरमान पर रायबरेली DM ने लिया ये एक्शन

शैलेंद्र प्रताप सिंह

28 Sep 2023 (अपडेटेड: 28 Sep 2023, 11:04 AM)

Raebareli News: उत्तर प्रदेश के रायबरेली से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां मुंशीगंज स्थित कृपालु इंस्टीट्यूट की छात्राओं ने इंस्टीट्यूट के…

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Raebareli News: उत्तर प्रदेश के रायबरेली से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां मुंशीगंज स्थित कृपालु इंस्टीट्यूट की छात्राओं ने इंस्टीट्यूट के प्रबंधकों पर गंभीर आरोप लगाया है. छात्राओं का आरोप है कि इंस्टीट्यूट मैनेजमेंट ने चूड़ी पहनने और सिंदूर लगाने पर बैन लगा दिया है. छात्राओं का आरोप है कि इंस्टीट्यूट मैनेजमेंट ने उन्हें चूड़ी पहनने और सिंदूर लगाने पर इंस्टीट्यूट आने से मना कर दिया है.

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बता दें कि पीड़ित छात्राएं जिलाधिकारी के पास पहुंची और इंस्टीट्यूट मैनेजमेंट पर गंभीर आरोप लगाए. छात्राओं ने जिलाधिकारी से साफ कहा कि इंस्टीट्यूट मैनेजमेंट ने उन्हें चूड़ी पहनने और सिंदूर लगाने से मना कर दिया है. यहां तक की बिंदी लगाने से भी मना कर दिया गया है. अब इस पूरे मामले पर डीएम ने जांच के आदेश दे दिए हैं.

‘हिंदू प्रतीकों पर हो रहा हमला’

आपको बता दें कि ये पूरा मामला भदोखर थाना इलाके में स्थित मुंशीगंज के कृपालु इंस्टीट्यूट ऑफ बायोमेडिकल साइंस से सामने आया है. यहां की दो छात्राओं ने कृपालु इंस्टीट्यूट ऑफ बायोमेडिकल साइंस पर आरोप लगाया है कि यहां हिंदू प्रतीकों पर हमला किया जा रहा है. 

छात्राओं ने आरोप लगाया है कि इंस्टीट्यूट मैनेजमेंट द्वारा  सिंदूर और बिंदी लगाने पर भी पाबंदी लगा दी गई है. छात्राओं का यह तक आरोप है कि प्रेग्नेंट होने पर इंस्टीट्यूट द्वारा उन्हें अबॉर्शन कराए जाने तक की बात कही जाती है और इसको लेकर प्रशर बनाया जाता है. 

अबॉर्शन नहीं कराने पर हो जाती है कार्रवाई

छात्राओं का आरोप है कि अबॉर्शन नहीं कराए जाने पर इंस्टीट्यूट एडमिशन रद्द कर देता है और फीस के रुपये भी वापस नहीं देता. छात्राओं के गंभीर आरोपों के बाद अब डीएम हर्षिता माथुर ने जांच के आदेश दे दिए हैं. बता दें कि पीसीएस रैंक के अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं

दूसरी तरफ इंस्टीट्यूट मैनेजमेंट की तरफ से कहा गया है कि छात्राओं के आरोप गलत हैं. नियम के मुताबिक, ड्रेस पहनने की बात की गई थी और ये पूरा मामला अटेंडेंस शॉर्ट को लेकर है. इंस्टीट्यूट का कहना है कि हमपर जो भी आरोप लगाए गए हैं, वह सभी गलत हैं.

डीएम ने क्या कहा

इस पूरे मामले पर (जिलाधिकारी रायबरेली) हर्षिता माथुर ने बताया, “कृपालु इंस्टीट्यूट ऑफ बायोमेडिकल साइंस के संबंध में यहां पढ़ रही छात्राओं ने मुझसे शिकायत की है. इंस्टीट्यूट मैनेजमेंट पर गंभीर आरोप लगाया गया है. मामले की जांच करवाई जा रही है.”

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